हिज्र की रात में वस्ल के हालात देख रहा हूँ मैं हर पल तुझे अपने पास देख रहा हूँ.. ये कैसी उलझन-ए-मोहब्बत है 'यारा' इस हसीं जिंदगी में, मैं मौत के ख़ाब देख रहा हूँ।। ©Shubham Mishra mout ke khaab dekh rha hun #kavyamanch #hindkavyasangam #shubhammishraquotes #myquotes_hub