हँस रहे है जनाब क्या हुआ ? हँस रहे है क्या कोई जोक सुना? नही नही जनाब वो कहते है मैं सच बोलती हूँ। मैं तो हर कदम पर झूठ टटोलती हूँ। इसलिए बस जोर जोर से हँस रही हूँ। आज कौन सा झूठ बोलू यही सोच रही हूं। लेकिन जनाब ये झूठ बोलने की आदत , सिर्फ मेरी नही । नेता भी भी भाषण में यही गाते है। हम तो जनता है विचारे फंस जाते है। डॉक्टरों की तो बस न पूछे जनाब । झूठ बोलकर पैसे बहुत कमाते है। आखिर नकली बीमारी की , दवा जो हम खाते है। झूठ तो बहुत बलवान है जनाब। यहाँ इसके दम पर साधारण मनुष्य भी, ढोंगी साधु और पंडित बन जाते है। ✍️रिंकी हँस रहे है जनाब क्या हुआ ? हँस रहे है क्या कोई जोक सुना? नही नही जनाब वो कहते है मैं सच बोलती हूँ। मैं तो हर कदम पर झूठ टटोलती हूँ। इसलिए बस जोर जोर से हँस रही हूँ। आज कौन सा झूठ बोलू यही सोच रही हूं। लेकिन जनाब ये झूठ बोलने की आदत ,