तेरे इश्क़ में इस हद तक जा चुका हूं मैं तेरा भी ना हुआ, ना ख़ुद का रहा हूं मैं जिन्दगी साहिल के रेत सी बनी है,जब- जब लिखा गया इक झोकें से मिटा हूं मैं ©Abhiuday Mishra [आनंद मुज़फ्फरपुरी] #aanand_muzaffarpuri #worldpostday