White कहने को तों ये आज़ादी हैँ लेकिन मुंह से निकले हर अख़फ़ाज़ पर पहरा हैँ किसको अपने मन की बात कहें यहां सुनता कौन हैँ? यहां तों कुर्सी पर बैठा हर हाकीम बहरा हैँ ©Parasram Arora कहने को.....