मैं नही मुहँ खोलूंगा, मगर ये लेखनी बोलेगी, सिल दे तू जीभ मेरी, यूँही तुगलकी फरमानों से कभी तो दवात संग होली, मेरी भी लेखनी खेलेगी।। #writer #against #system #yqbaba #yqdidi #chetanyajagarwad #hindi #thoughts