जो वक़्त था वो वक़्त था उस वक़्त को हम दोहरा न सके कैसे भूल जाए उस पल को जो दुबारा पा न सके हर इक पल में खुशी थी हर वो लम्हा हसीन था सब कुछ था वहाँ पे पर उस पल को समेट न सके आज पर साया न पड़े कल का कल पर आज का इसी बेचैनी में चैन से सो न सके जो वक़्त था वो वक़्त था उस वक़्त हम दोहरा न सके। #वक़्त जो वक़्त था वो वक़्त था उस वक़्त को हम दोहरा न सके कैसे भूल जाए उस पल को जो दुबारा पा न सके हर इक पल में खुशी थी हर वो लम्हा हसीन था सब कुछ था वहाँ पे