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रामदेव जी की कथा – इतिहासकारों के अनुसार श्री कृष्

रामदेव जी की कथा – इतिहासकारों के अनुसार श्री कृष्ण के अवतार रामदेव जी का अवतार सन 1442 में भादवा सुदी दूज के दिन राजस्थान के पोकरण के ताम्र वंशी राजा अजमल के यहां हुआ था।

भादुड़ा री बीज रो जद चंदो करे प्रकाश।
रामदेव बण आवसुं राखीजे विश्वास ।।

राजा अजमल श्री कृष्ण की भक्ती में लीन रहने के साथ ही धर्मपरायण राजा भी थे। लेकिन उनकी भी विडंबना थी। वह निसंतान थे, जिसके कारण वह काफी दुखी रहते थे। रामदेव जी के पिता राजा अजमल जो कि द्वारकाधीश के परम भक्त थे, हमेशा अपने राज्य की सुख शांति की मनोकामना के लिए  द्वारका जाते थे।

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