ख़ुशी भी थी गम भी था कभी ज़ियाद था कभी कम था तलाश कर भी नहीं मिली जमानत मुझे सब से सब का फ़ैसला भी था ,सब से फासला भी था।। Arz- ए- Sayed ख़ुशी भी थी गम भी था कभी ज़ियाद था कभी कम था तलाश कर भी नहीं मिली जमानत मुझे सब से सब का फ़ैसला भी था ,सब से फासला भी था।।