यह मेरा सौभाग्य कि अब तक. मैं जीवन मे लक्षहीन हूँ. मेरा भूत न भविष्य कोई वर्तमान मे चिर नवीन हू खड़ा विश्व क़े चौराहे पर अपने मे ही सहज लीन हूँ मुक्त दृष्टि निरुपाधि निरंजन मैं विमुग्ध उदासीन हूँ ©Parasram Arora चिर नवीन......