भवदीप भवन भवभंजन भावा। भव्य भाव भूपुर भरिभारा।। भजन भजत भय भक्त भाववत। भूषित भाल भानु सम भाषत।। ©डॉ.अजय कुमार मिश्र भव भव #SunSet