प्रेम लिखूं सब यादों में चाहे प्रेम में डूबों के एक रात लिखूं प्रेम लिखूं चंचल लहरों में चाहे प्रेम में डूबों के उपमान लिखूं प्रेम लिखूं खनकती चूड़ी में चाहे प्रेम में डूबों के हमारा नाम लिखूं प्रेम लिखूं अपने किस्से में चाहे प्रेम में डूबों के अपनी बात लिखूं प्रेम लिखूं किसी दैनंदिनी में चाहे प्रेम में तुझे कुछ शब्द लिखूं प्रेम लिखूं तुझसे तड़पती दूरी में चाहे तुम्हारे प्रेम में डूबों के अभिसार लिखूं प्रेम लिखूं तेरी सरल स्वभाव में चाहे प्रेम में डूबों के होंठों का रसाल लिखूं प्रेम लिखूं तेरी खुशबू में चाहे प्रेम में किसी पुष्प जैसे तुझे मृणाल लिखूं प्रेम लिखूं मैं चहुं ओर पत्र में चाहे प्रेम में डूबों के एक पत्र लिखूं प्रेम लिखूं अपने प्रेम में चाहे प्रेम में एक कोना प्रेम लिखूं प्रेम लिखूं तेरे प्रेम में चाहे प्रेम में सर्वत्र जो है उसे प्रेम लिखूं प्रेम लिखूं अपनी कहानी में चाहे प्रेम में डूबों के स्वर्णाक्षर पहचान लिखूं प्रेम लिखूं मोह के बंधन में चाहे प्रेम में डूबों के प्राप्त निर्वाण लिखूं ©Praveen Singh प्रेम लिखूं मैं प्रेम को #प्रेम #Prem #Hindi #hindi_poetry #ColdMoon