अक्सर कलम मेरे साथ ही रहती है जब साथ कोई नहीं होता सन्नाटे के अलावा तब ये खामोशी है न जो , बहुत कुछ कहती है कभी फिसलते रेत की तो कभी पत्थर सा सख्त , है बहुत सी कहानियां जो सवाल और जवाब बन कर मेरे बगल वाले कमरे में रहती है वो कमरा ज्यादा बड़ा नहीं बस मेरे हृदय के अंदर बसी एक दुनिया है जो कल्पनाओं से भरी है फिर भी खड़ी है ✍️रिंकी #कहतेनहींबनता #yqquotes #yqdidi #yqbaba #yqhindi