दर्द को भी मुस्करा कर चिढ़ा दूँ , थोड़ा अलग ,बेबाक ,बेदर्द जिद्दी सा बन्दा हूँ । कैसे मान लूँ मैं हार ऐ जिन्दगी तुझसे ? माना गिरा हूँ, थका हूँ,परेशां हूँ लेकिन अभी जिन्दा हूँ। #स्वरचित © #शून्य #bestyqhindiquotes #yqhindi #जिन्दा_हूँ #बन्दा #जिद्दी #बेदर्द