उमड़ते बादलों सा मन बारिश की बूँदों से पौधों की जड़ उखड़कर दिखती रहीं कहीं रात भर भीगते गरीब का तन खपरैल पुआल की छत थरथरायी, तो डर घर करता रहा कहीं ....शिल्प यादव(सर्वाधिकार सुरक्षित) 17-08-2020 #clods #clouds Rekha💕Sharma "मंजुलाहृदय" Dear Diary✍🏻 ❣️❣️ARYAN SAINI💔❤️