मैदानी क्यारियों से झाँकती नीम- गिलोय की सगंत ही 'दोस्ती' हैं"... Dedicating a #testimonial to seha jain #yqbaba #hindi #diary #happyfriendshipday #dosti #urdu #writer इस शहर या उस शहर की मिट्टी में भीतर तक पैठ जमाए 'गिलोय' असल में विशेष लिपि की खोज है और आसमान के नीचे छत की मुँडेर तक पीढ़ी दर पीढ़ी पहुँचती नीम की शाखाएँ