आदरणीय रावण जी आपको सुनकर बहुत खुशी होगी कि राम मंदिर बन रहा है,मंदिर भव्य बनेगा,आपसे अनुरोध है कि मंदिर में राम की मूरत कहां से लाएं। मै आपसे ये इसलिए पूंछ रहा हूं,आपके अलावा राम को करीब से और किसी ने नहीं देखा होगा?में आपका तो नहीं परन्तु आप जिसके भक्त हो,में भी उन्हीं का भक्त हूं। कृपया कुछ पलों के लिए आपकी जरूरत है,मार्गदर्शन देने जरूर आना। एक नास्तिक जो सभी धर्मो का सम्मान दिल से करता है।। ।। जय हिन्द।। रावण भक्त की आरज़ू।