White इश्क़ में हो सिर्फ़ सच्चाई की तलाश, जो दिल तोड़ने पे उतरे, वो इज़हार न करे। जिसने दर्द से वास्ता न रखा कभी, वो ज़ख़्मों पे मरहम न करे। वो जो हर मोड़ पर बदल जाए अपने रंग, उससे वफ़ा का कोई कारोबार न करे। ख़ुदगर्ज़ दिलों से मुहब्बत होती नहीं कभी, जो रिश्ता निभा न सके, वो इकरार न करे। जिसे दर्द का एहसास न हो कभी, वो इश्क़ के रंगों से सरोकार न करे। वो जो हर बात पे उठाता है सवाल, उससे अपने जज़्बात का इज़हार न करे। जिसकी फ़ितरत में ही हो सिर्फ़ छोड़ जाना, उससे कोई उम्र भर का प्यार न करे। ©Navneet Thakur इज़हार #📜शायरी