White 1212 1122 1212 22 सुबहओ शाम यही बस में काम करता हूँ सदा गमो का तेरे एहतिराम करता हूँ अता करेगा खुदा हर मुराद दामन में असर दुआ का अपने तेरे नाम करता हूँ तमाम उम्र पशेमाँ रहे मुहब्बत से में मोहब्बत को तेरी अब सलाम करता हूँ खुशी ये है कि रहे साथ तुम सदा मेरे येदिल जिगर सब तेरा में गुलाम करता हूँ रही न दिल मे किसी चीज की मेरे चाहत ये सल्तनत में मुहब्बत के नाम करता हूँ जमाने भर की खुशीयाँ कदम चूमे तेरे में अपने मौत का अब इंतजाम करता हूँ ( लक्ष्मण दावानी ✍ ) 21/6/2017 ©laxman dawani #Sad_Status #Love #Life #romance #Poetry #gazal #experience #poem #Poet #Knowledge