खामोशियों को मेरी सदा दो आकर, मैं जिंदा हूं अभी मुझे बता दो आकर। थोड़ी सी मोहब्बत तो तुमको भी थी शायद, झूठी ही सही मगर जता दो आकर। आबादियों का शौक हर पल था जिसे, क्यों उजड़ गया वो मकां पता करो आकर। कुछ अधूरे वादे जो यूं ही कर दिए थे तुमने, मुमकिन हो अगर तो निभा दो आकर। तुमको पाने की कोशिश मैं खुद को खो दिया है कहीं, हो गर मुमकिन तो मुझको मुझसे मिला दो आकर। मेरी बेगुनाही के बहुत सबूत हैं मेरे पास, फिर भी तुम्हारा गुनहगार हूं तो सजा दो आकर, खामोशियों को मेरी सदा दो आकर। मैं जिंदा हूं अभी मुझे बता दो आकर।, ©Sanjiv Chauhan #सदा