उड़ान इतनी भी ऊँची न उड़ना मेरे दोस्त, जब थमनें लगें पंख तो ठहरनें को शजर न मिले। #स्वरचित© #शून्य #उड़ान #दोस्त #शजर #पंख #ठहरने #योरकोट_दीदी शजर = दरख्त या वृक्ष आदि ।