Nojoto: Largest Storytelling Platform

निन्यानवे का चक्कर ******************** जीवन भर प


निन्यानवे का चक्कर
********************
जीवन भर पैसा कमाया, दान पुण्य भी ऐसा वैसा
निन्यानबे के चक्कर में, न शरीर बचा न पैसा,
श्मशान जाकर भी सब देखे,कुछ समझ ना पाए ऐसा
पेट फुलाकर धन कमाकर,सोये जैसे भैसा।
दौलत की ऐसी भूख लगी की मां बाप को छोड़ा
साला साली सरहज को केवल,अपने कुनवे से जोड़ा
सास बन गई बड़ी महतारी,युग आ गया कैसा
निन्यानवे के चक्कर में न शरीर बचा न पैसा।।

©Ashok Verma "Hamdard"
  निन्यानवे का चक्कर

निन्यानवे का चक्कर #कविता

187 Views