पल्लव की डायरी रहनुमाई एक तरफा स्तर पद का गिर रहा है चर्चा और निर्णय होने थे देश के निर्माण के लिये मगर खलल मुद्दों को बौना कर रहा है संवैधानिक पद पर सुशोभित होकर प्रपंच में विपक्ष का अधिकार दब रहा है बहस के मंथन से ही अमृत निकलेगा संसदीय भाषा का आदर सबको मिलकर करना है प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" #Likho मगर खलल मुद्दों को बौना कर रहा है