वो मिल जाए,मुझ को इतनी कहा हैसियत मेरी गुजर जाएगी यादों में उसकी बाक़ी की ज़िन्दगी बेशक, बस इतनी ही रहेगी क़ैफ़ियत मेरी मैं,और भुला दूं उस को ऐसी तो नहीं तरबियत मेरी इकतरफा है,इकतरफा सही मोहब्बत है,मेरी मैं,इस में भी खुश तो हु तुम को लगती होगी कम अक़्ल,कोई बात नहीं मुझ को बेहद अज़ीज़ है ये,मासूमियत मेरी.... ©ashita pandey बेबाक़ #Couple लव कोट्स शायरी लव रोमांटिक