रूह की तस्वीरें उसने कहा तुम्हारी नज्मों में दर्द सा झलकता है मुझे । जैसे कोई घाव जो नासूर हो गया हो , और तुम्हारा हर शेर उस मवाद से निकला हो जो उस जख्म की पैदाइश है । गलत समझ है उसकी । मेरी नज़्म मुझपर जो गुजरी वो नहीं है , ये तो ज़माने में मौजूद लोगों की रूह की बेलिबास तसवीरें है । दरअसल ज़िंदा रहने के लिए , अपनी आत्मा पे लगी धुल छुपा के नकली मुस्कराहट का पहनावा ओढ़ के चलते लोग शिकायत करते है जब मैं आइना दिखाता हूँ उन्हें । मेरा आकलन करते इन लोगों से कहो , मुखौटा उतार के देखें इन तस्वीरों को , अपनी रूह की तस्वीरों को । Rooh Ki Tasveerein ! #PS #Nojoto #NojotoHindi #Vichaar #WriteLikeManto