इस बार जो मिले, तो जान जाओगे, कैसा मर्ज होता है किसीका पत्थर होना,, मासूमियत खर्च हो जाती है इस सफर में, गुल सह नहीं पाते हैं, यूं दर बदर होना,, ©चंद #feelin #Dranupamsingh