Nojoto: Largest Storytelling Platform

मैंने पूछा खुदा से, धरती पर ज़न्नत मिलती है कहाँ ?

मैंने पूछा खुदा से, 
धरती पर ज़न्नत मिलती है कहाँ ?
उसने कहा , माँ सुकून से रहती है वहां !!

मैंने पूंछा खुदा से ,
रब की सूरत दिखती है कहाँ ??
उसने कहा , जिसके मंदिर में माँ की मूरत होती है वहां !!!

मैंने पूछा खुदा से ,
धरती पर सुकून मिलता है कहाँ ?
उसने कहा, माँ के आँचल का साया रहता है वहां !!!

मैंने पूंछा खुदा से ,
धरती पर अस्मत मिलती है कहाँ ? 
उसने कहा , माँ की इज़्ज़त होती है वहां !!

मैंने कहा, खुदा सब माँ के भरोसे चलता है यहां ?
तो फिर क्या जरूरत थी तेरी यहां ?
उसने कहा , जब तू माँ का दिल दुखायगा ,जिस दिन मां की ममता भूल जाएगा वहां  !!
Mere alfaz 🖋️ sakshi shankhdhar

"Dedicated to all mother's ..
Spacialy my mumma 🤗.... सुषमा शंखधार

©Sakshi Shankhdhar you can find me on Google ❤️

#NationalSimplicityDay
मैंने पूछा खुदा से, 
धरती पर ज़न्नत मिलती है कहाँ ?
उसने कहा , माँ सुकून से रहती है वहां !!

मैंने पूंछा खुदा से ,
रब की सूरत दिखती है कहाँ ??
उसने कहा , जिसके मंदिर में माँ की मूरत होती है वहां !!!

मैंने पूछा खुदा से ,
धरती पर सुकून मिलता है कहाँ ?
उसने कहा, माँ के आँचल का साया रहता है वहां !!!

मैंने पूंछा खुदा से ,
धरती पर अस्मत मिलती है कहाँ ? 
उसने कहा , माँ की इज़्ज़त होती है वहां !!

मैंने कहा, खुदा सब माँ के भरोसे चलता है यहां ?
तो फिर क्या जरूरत थी तेरी यहां ?
उसने कहा , जब तू माँ का दिल दुखायगा ,जिस दिन मां की ममता भूल जाएगा वहां  !!
Mere alfaz 🖋️ sakshi shankhdhar

"Dedicated to all mother's ..
Spacialy my mumma 🤗.... सुषमा शंखधार

©Sakshi Shankhdhar you can find me on Google ❤️

#NationalSimplicityDay