और वो लड़कीया जिन्हें दुनिया के कायदों का पता होता हैं और अपनी ज़मीन का भी वो डरती हैं सपने देखेने से भरोसा करने से बहुत सी खरोंचें वो समेट कर रखती हैं मन के भीतर वो जानती हैं कि जो भी हो दोष उन में ही ढूंढा जाएगा आपने टूटे पँखो को खुद ही सहला कर वो बढ़ जाती हैं आगे कितनी ही बाते कितने एहसास यू ही दिल मे दबा कर बात ये नही के उन मे हिम्मत नही सपने देख ने की बस वो उन सपने की क़ीमत अपने सम्मान से नही चुकाना चाहती और फिर एक अंधी दौड़ में दौड़ कर यू भी क्या ही मिल जाएगा क्योंकि चाह दोनो तरफ होनी चाहिए वरना एकतरफा चाहतो की लड़ाईयों में अक़्सर असल जिंदगी और क़ायदे जीत जाते हैं #पगली लड़की की क़लम से #क्या तुम भी मुझे हार जाने दोगे...? ©ashita pandey बेबाक़ #एकतरफ़ाइश्क़ चाहत