Nojoto: Largest Storytelling Platform

पल्लव की डायरी इन चेहरों पर आ गयी झुर्रियां यौवन न

पल्लव की डायरी
इन चेहरों पर आ गयी झुर्रियां
यौवन निकला जाये
प्रीत में किस से जोड़ूँ
बेरोजगार हर घर में पसरी जाये
लकी रेखा मेरे हाथों में है महारानी की
कब तक कुँआरी रहकर,सपने सजाऊँ
किस योगी को व्यथा अपनी सुनाऊ
जिंदगी तबाही के मोड़ पर आ खड़ी है
किया जीवन जोगन बनके बिताऊँ
                                               प्रवीण जैन पल्लव

©Praveen Jain "पल्लव"
  #MadhuriDixit किया जीवन जोगन बनके बिताऊँ
#nojotohindi

#MadhuriDixit किया जीवन जोगन बनके बिताऊँ #nojotohindi #कविता

1,528 Views