Nojoto: Largest Storytelling Platform

गुरूर्ब्रह्मा गुरूर्विष्णु गुरूर्देवो महेश्वर: गुर

गुरूर्ब्रह्मा गुरूर्विष्णु गुरूर्देवो महेश्वर:
गुरू साक्षात परब्रह्मा तस्मै श्रीगुरवे नम:

गुरू केवल वह नहीं होते जिन्होंने हमें
किताबी ज्ञान दिया,उनके साथ-साथ 
वो सभी हमारे गुरू हैं जिन्होंने हमें
कुछ भी सिखाया है।इसलिए हमारे
 प्रथम गुरू हमारे माता-पिता हैं।तभी
तो सब कहते हैं,जीवन जितना सजता
 है माता-पिता के प्यार से उतना ही 
महकता है गुरू के आशीर्वाद से।
सभी गुरूओं को सादर नमन!!

©shashi kala mahto
  #हैप्पीटीचर्सडे 
Lalit Saxena Mili Saha poonam atrey Rama Goswami R K Mishra " सूर्य "  Sethi Ji Anil Ray Suresh Gulia Puja Udeshi डॉ मनोज सिंह,बोकारो स्टील सिटी,झारखंड। (कवि,संपादक,अंकशास्त्री,हस्तरेखा विशेषज्ञ 7004349313)  Rashi वंदना .... Rakesh Srivastava Ashtvinayak  Kamlesh Kandpal शीतल चौधरी(मेरे शब्द संकलन ) Raj Guru shayri Aditya kumar prasad