क्या हार में क्या जीत में किंचित नहीं भयभीत मैं संघर्ष पथ पर जो मिले यह भी सही वह भी सही। वरदान माँगूँगा नहीं।। लघुता न अब मेरी छुओ तुम हो महान बने रहो अपने हृदय की वेदना मैं व्यर्थ त्यागूँगा नहीं। वरदान माँगूँगा नहीं।। - सुमन ©Arpit Mishra शिवमंगल सिंह सुमन #standout