अलाउद्दीन का चिराग तो नहीं हूँ जो चमत्कार दिखा दूँ हिम्मत और जुनून इतना है चाहूँ तो फ़ौलाद को भी पिघला दूँ ©Mukesh Tyagi अलाउद्दीन का चिराग