इतना काला आदमी तो चमार ही हो सकता है।
हम सब की अब आदत सी बन गयी है हर रोज़ किसी न किसी को उसके रंग रूप, पहनावे से उसे जज करना, हर किसी ने अपने परिवार से देखा और सिखा है कि जब भी कोई शेड्यूल ट्राइब जनजाति से आए , तो उसको पुरानी सी ग्लास, या कप में चाय देते हैं..
जब मैं और एक मित्र हमलोगों के ही एक मयूचुअल फ्रेंड के घर पर गए थे। मित्र ने मुझे तो एक बढ़िया ग्लास में चाय दी, जबकि मेरे साथी दोस्त को एक गंदी सी ग्लास में।
दरअसल, कभी जातिवाद का सामना हुआ नहीं था, इसलिए इस किस्म के भेदभाव का अदाज़ #Student#Delhi#casteism#जानकारी#Vibhapathak#banarasi_writes#bihariwriter#Bihar_vibhapathak#Casteisminbihar
मेरी दुनियां में जैसे मैं चाहूंगा तुम्हें वैसे ही रहना पड़ेगा। मुझसे अलग तुम्हारी कोई पहचान नहीं।
मेरे कारनामों पर सोचोगी और मुझे रोकोगी तो पागल घोषित करवा दूंगा।। सारी उम्र पागलखाने में बंद पड़ी रहना। पागलखाने नहीं भिजवा पाया तो तुम्हारे घर में ही ऐसी स्थितियां बना दूंगा कि तुम्हें खुद अपनी जिंदगी व्यर्थ लगने लगेंगी।।
आत्महत्या करोगी तो दुनियां से कह दूंगा चरित्रहीन थी।।
नही करोगी तो मुझे हत्या करनी या करवानी पड़ेगी।।
पकड़ा गया तो कहूंगा तुम्हारा कई मर्दों से नजायज संबंध थे, मैंने तुम दोनो क #कविता#Vibhapathak