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nirajpandey9590
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Niraj Pandey

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Niraj Pandey

White कर्ज  दिल   पर  जो  भी  थे  वो  सारे उतार दिए 
इस  बार  की   कुर्बानी  में  सब  रिश्ते  वार दिए 
क्या  बताएं  किस  कदर  हल्के  हो  गए  हैं  हम
जबसे  अपनी  आस्तीन  के  सब सांप मार दिए
 😊 
अल्फ़ाज़-ए-नीरज✍🏻

©Niraj Pandey #Sad_shayri
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Niraj Pandey

White जिंदगी को  अपनी  कुछ  बेज़ार  कर लिया 
बस  एक  दो  नहीं कई-कई  बार कर लिया 

हम खैरियत से हैं देख उन्हें तकलीफ हो गई 
इसी बात से हमने खुद को बीमार कर लिया
 
अपने ही हाथों बांट  दी हमने सभी खुशियां 
फिर खुद को ही गम  का  अंबार  कर लिया  

देखा नही गया जिस से हंसता  हुआ हमको 
उस शख्स  को ही  परवरदिगार  कर  लिया 

इश्क ने  कुछ  इस कदर सस्ता है कर दिया 
सारे शहर को ही हमारा  खरीदार कर दिया 

नीलाम  होने  के  लिए  खुल  के हैं आ गए 
सच को बेच  झूठ  का  व्यापार  कर  लिया 

अब एक  दो  चेहरों  से भरेगा  नहीं ये दिल 
चाहत  ने तेरी  तुझसा  ही गद्दार  कर दिया 
😊

©Niraj Pandey #Sad_shayri
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Niraj Pandey

White नफरतें समुद्र के जैसी हैं खारी भी बहुत सारी भी 
प्यार कुंवे के पानी जैसा मीठा है पर सिमटा भी 
अल्फ़ाज़-ए-नीरज✍️

©Niraj Pandey #sad_qoute
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Niraj Pandey

White काया  तेरी  जैसे  कमल  है 
सुंदरता  भी   ताजमहल  है 

कैसे तुझको  शब्दों  में गाऊँ 
तू  मेरी  सादी  सी  गजल है 

तू  चाहत  की  जैसे पहल है 
पूरे  चांद  की  जैसे नकल है 

तेरे  बिना  मुझे  चैन  कहाँ है
तू  मेरी  सादी  सी  गजल  है 

श्रृंगार  देखो कितना  सरल है 
मतवाले दो नैना जैसे गरल है 

तेरे  बिना अब  चैन  न   पाऊं 
तू  मेरी  सादी  सी   गजल  है 
😊 
अल्फ़ाज़-ए-नीरज✍️

©Niraj Pandey #GoodMorning
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Niraj Pandey

White सारे   जग   में   छा   गए  भारत  माँ  के लाल 
देश  के  वीरों  ने  देखो   कैसा  किया  कमाल 
कैसा किया  कमाल  खुश  हुआ  भारत  सारा 
जीत  की  रोशनी  जगा  दूर   किया  अंधियारा 
विदेशों  में  देखो  अपना  तिरँगा  कैसे लहराए 
लहर लहर कर ये भी अपने देश की गाथा गाए 
😊 
अल्फ़ाज़-ए-नीरज✍🏻

©Niraj Pandey

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Niraj Pandey

White सारे   जग   में   छा   गए  भारत  माँ  के लाल 
देश  के  वीरों  ने  देखो   कैसा  किया  कमाल 
कैसा किया  कमाल  खुश  हुआ  भारत  सारा 
जीत  की  रोशनी  जगा  दूर   किया  अंधियारा 
विदेशों  में  देखो  अपना  तिरँगा  कैसे लहराए 
लहर लहर कर ये भी अपने देश की गाथा गाए 
😊 
अल्फ़ाज़-ए-नीरज✍️

©Niraj Pandey #t20_worldcup_2024
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Niraj Pandey

White उजाड़  के   गुलिस्तां   को  गुल  बनाने  में 
नफरतों  से  मोहब्बत  का  पुल  बनाने  में
बन  नही  रही  तुमसे  कागज  पर  तस्वीर 
तुम  लगे  हो  काग  को बुलबुल  बनाने में 

जोड़ने की बात कर के संग संग चलाने में 
कर  के  पाप  खुद  ही   गंगा  नहलाने  में 
भारत  को जोड़-तोड़  रहे ये  इंडिया वाले
और तुम लगे हो अपनी मशाल  जलाने में

अपनो  को  छोड़  गैरों  का  घर बसाने में 
दिल  के  करीब  थे  जो  उन्हें यूँ सताने में
कल  तक  जो  दे रहे जी भर के  गालियां
लाज  न  आई  तुम्हे  उन  को  अपनाने में

खोटा सिक्का बाजार में अपना  चलाने में 
यारों  का  साथ  छोड़  गैरों  को  बुलाने में
राजनीति  ने  तुमको  यूँ  अंधा  कर  दिया
तुम  भूल  गए  कौन  था  मुंबई  जलाने में

हो  रहे  हो खुश  तुम जिसके हार जाने से 
कतरा  रहे  हो  आज जिसके द्वार जाने में 
भूल-कर  भी  नही  बात  ये  भूल  पाओगे 
पंद्रह  साल  लग  गए  उस  से पार पाने में 

अल्फ़ाज़-ए-नीरज✍🏻

©Niraj Pandey #election_results
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Niraj Pandey

White काम के इस दौर में आराम मत करो 
काम करो केवल तुम नाम मत करो 
बहुत कीमती है ये आपका मतदान 
ऐरों  गैरों  को इसको दान मत करो  
😊 
अल्फ़ाज़-ए-नीरज✍️

©Niraj Pandey #election_2024
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Niraj Pandey

सेहरा की गर्मी में  कुछ सर्द  हवाएं  चाहिए 
पल भर में होश उड़ा दे ऐसी अदाएं चाहिए 

दिखावटी  है  दुनिया और मतलबी हैं लोग 
अपनों से दिल भर गया  यार पराए चाहिए

क्यों  खर्च  कर रहे हो मुझपर ये पैसे अपने 
मुझे तो तोहफे में बस फूल मुरझाए चाहिए 

हाल पूछने हस्पताल तक आए  हो तो सुनो 
दवाएं चल रही  हैं बस थोड़ी दुवाएँ चाहिए 
😊 
अल्फ़ाज़-ए-नीरज✍🏻

©Niraj Pandey #seashore
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Niraj Pandey

जबसे   बांके  बिहारी  हमारे   हुए 
गम  बेगाने  जमाने  के   सारे   हुए 

तेरी बंसी की धुन पर ए मेरे कन्हाई 
देखो  हर्षित  यमुना  के किनारे हुए 

कान्हा   ऐसी  है  रास  रचाई   तूने 
रोशन चांद के संग संग सितारे हुए 

रंग  फागुन का ऐसा चढ़ाया मोहन 
रंगीन  सारे   जहाँ  के  नजारे  हुए  
😊 

अल्फ़ाज़-ए-नीरज✍🏻

©Niraj Pandey
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