हर तरफ बस एक ही नाम है
होठों पर मोहब्बत हाथों में जाम है
हर तरफ बस एक ही नाम है
होठों पर मोहब्बत हाथों में जाम है
Nirmit Singh Paliwal
ऐ दिलबर जरा सोच,
ये कुछ दिनों की मोहब्बत में इतनी चाहत है ।
तो माँ के प्यार में कितनी ताकत होगी ।।
Nirmit Singh Paliwal
#2liner
कभी उनकी दुआ तो कभी डांट भी काम आती है
वो माँ ही तो है जिनके आँचल तले सारी कायनात साथ रहती हैं।
#Poetry#Quotes
#2liner
कभी उनकी दुआ तो कभी डांट भी काम आती है
वो माँ ही तो है जिनके आँचल तले सारी कायनात साथ रहती हैं।
#Poetry#Quotes
Nirmit Singh Paliwal
आज सहम सा गया ये जमाना
बुझ गये सारी उम्मीदों के चिराग
एक दूसरे के आरोपों तले दब गये सब
दो गुटों में बट गया ये समाज
समझ नहीं पा रहे हैं हम किसी का मिजाज
आज दो गुटों में बट गया ये समाज
कोई अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकता
तो कोई झूठी इंसानियत का अलापता राग #Poetry
आज सहम सा गया ये जमाना
बुझ गये सारी उम्मीदों के चिराग
एक दूसरे के आरोपों तले दब गये सब
दो गुटों में बट गया ये समाज
समझ नहीं पा रहे हैं हम किसी का मिजाज
आज दो गुटों में बट गया ये समाज
कोई अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकता
तो कोई झूठी इंसानियत का अलापता राग #Poetry