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writer abhay

Writer + Poet, insta - writer_abhay

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writer abhay

Old Friendship is like a bottle of old wine.
imagine someone broke that bottle

©writer abhay #LostTracks
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writer abhay

किसी  के प्यास में सहरा होना.
बड़ा  मुश्किल है यूं दरया होना.

जिसे हम तोड़ दे, फिर जोड़ ले.
कहां   आसान  है  रिश्ता होना.
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writer abhay

दुनिया  रौशन  होती है तेरी ताबानी से.
कब थकती है ज़िन्दगी इन परेशानी से. ताबानी - चमक

ताबानी - चमक

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writer abhay

अगर  ये  घर  तिरा  है,  तो  हरेक  दाग़ भी तेरा होगा.
यहां के मसअले, ज़ुल्मत, ज़िया, चराग़ भी तेरा होगा.

जहां  पर  काटें होंगें, फूल भी वहीं खिलेंगे ना 'अभय'.
ये गुल  तेरा, ये  खुश्बू  भी तिरी, ये बाग भी तेरा होगा. मुफ़ाईलुन मुफ़ाईलुन मुफ़ाइलुन मुफ़ाईलुन फ़उल

अर्थ :- 
ज़ुल्मत - अंधेरा
ज़िया - रौशनी
मसअले - समस्याएं

मुफ़ाईलुन मुफ़ाईलुन मुफ़ाइलुन मुफ़ाईलुन फ़उल अर्थ :- ज़ुल्मत - अंधेरा ज़िया - रौशनी मसअले - समस्याएं #शायरी

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writer abhay

उम्र  भर  मुझे   ऐसे  निचोड़  कर.
वो  सोया  रहा शायरी  ओढ़  कर.

मैं   बिखेर   तो   देता   उसे  मगर.
वो चला गया मुझको ही तोड़ कर.
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writer abhay

सर-ब-सर  मैं  चोट से भरा हूं.
फिर भी  देख कैसे मैं खड़ा हूं.

तुम तसल्ली देने आये हो क्या.
दे  दो  मैं  अभी  कहां  मरा हूं.

वो नक़ाब है जो पहने हो तुम.
मैं  तुम्हारा  निकला  चेहरा हूं. फ़ाईलात फ़ाईलात फ़ेलुन



अर्थ :- 
सर-ब-सर - सम्पूर्ण, पूरा

फ़ाईलात फ़ाईलात फ़ेलुन अर्थ :- सर-ब-सर - सम्पूर्ण, पूरा #शायरी

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writer abhay

एक शे'र
तुम कह रही हो, कि मिरे साथ कुछ अच्छा करोगी.
तुमने  मुझे तोड़  दिया  इस  से ज्यादा क्या करोगी.
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writer abhay

एक शे'र

फ़ज़ा  में हवा  दो, गुलों में खुशबू दो.
करीब मिरे आओ मुझको बस छू दो.
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writer abhay

मुफ़ाईलुन    मुफ़ाईलुन   फ़ाइलातुन

मै तो हर शख़्स को प्यासा देखता हूं.
ज़रा  सी   ठेस  पर  टूटा  देखता  हूं.

उसे  मैं  चूम  कर वापस लौट आया.
यही  इक  ख़्वाब  रोज़ाना देखता हूं.
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writer abhay

फ़ाईलुन  फ़ऊल  मुस्तफ़इलुन  फ़ेलुन  फ़ेलुन

मुद्दत बाद  आज हम से जी भर गिर्या निकले.
ये दीवान से तिरे ख़त निकले की क्या निकले. 

गुलशन   कब  तलक   बचाएं  यहां  बैठे  बैठे.
शाख़ो  से  परिंदो  के  ज़ख़्म-ए-काया निकले. अर्थ :- 

मुद्दत - लंबे समय
गिर्या - रोना
दीवान - ग़ज़ल का समूह
गुलशन - बगीचा
ज़ख़्म-ए-काया - चोट वाला शरीर

अर्थ :- मुद्दत - लंबे समय गिर्या - रोना दीवान - ग़ज़ल का समूह गुलशन - बगीचा ज़ख़्म-ए-काया - चोट वाला शरीर #शायरी

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