Nojoto: Largest Storytelling Platform

New केही मिठो बात गर Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about केही मिठो बात गर from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, केही मिठो बात गर.

Stories related to केही मिठो बात गर

अज्ञात

#बात

read more
कभी मिलने आता नहीं ये और बात है 
वो दिल से जाता नहीं ये और बात है 

मर्ज-ए-इश्क़ छुपता नहीं छुपाने से 
तुझे नज़र आता नहीं ये और बात है 

है तो कुछ और ही तेरे दिल में मगर 
जुबाँ तक आता नहीं ये और बात है 

रौनक़ मकाँ की उसके होने से है 
वो कुछ कमाता नहीं ये और बात है 

पलकें बिछा रख्खी है उसकी राहों में 
वो आता जाता नहीं ये और बात है 

हाले दिल बताता है अंदाज-ए-शेर में 
वो पर्दा उठाता नहीं ये और बात है 

हमारे लिये तड़प उन आँखों में खूब है 
वो सच बताता नहीं ये और बात है

©अज्ञात #बात

Mohan Sardarshahari

पुरानी बात

read more
मौसम तो आते जाते हैं 
मौसम की रवानी का क्या कहना 
बात पुरानी कहकर देखो 
फिर जानो क्या होता‌ है दिल में रहना ।।

©Mohan Sardarshahari पुरानी बात

Dharmendra Gopatwar

गर वक्त हो..!✍️ हिंदी कविता

read more
White                                           📕_गर वक्त हो ! ..✍️।                    ✍️_ ध। वि। ग़ोपतवार।🔖

            _गर वक्त हो ..!  2x
     तो दो पल साथ चलकर तो देख ..
     मेरे दिल की गहराइयों में
     शतरंज का खेल तो देख | .  . 
    
           मेरी खामोशी के मंज़र में
       गुमनाम  हू मैं . ,
            तु मुझे दिल के किरदार से 
            ढूंढ़ कर तो देख। . .
                                                    गर वक्त हो . . !  २x।                                                  
                                 ज़बान ए खामोशी ,                       पढ़ कर तो देख । . .        
       
            गगन में उड़ती पंछियां 
      वनों की हरियाली 
       समंदर की खामोशी 
       जरा पढ़कर तो देख । . .
                    शहर की इस भीड़ से दूर
           कई किसी गांव की मिट्ठी की
         महक सूंघ कर तो देख । . .

               बहुत मिला लिए हो हाथ परायों से , . . 2x
            गर वक्त हो ! तुम अपनों से 
            गले लगकर तो देख । . 
नफ़रत भरे इस बाज़ार में 
         कुछ फूल प्यार के बेच कर तो देख । . .
     
            महलों की ठंडक से बाहर 
       कही किसी ग़रीब की कुटिया में 
       कुछ वक्त गुजारकर तो देख । . .
               गुमराहों की इस भीड़ में 
          किसी का हमदर्द , तू बनकर तो देख । . .

        गर वक्त हो  . .  !  आकलन कर लेना . . 2x
       तुम खुद को पाओगे 
       जंजीरों से जखड़कर 
                 उसे तोड़ चैन की सांस 
                तू लेकर तो देख . . ।
      
         पहचान अपनी हस्ती की. . ,
       तुम खुद जान जाओगे ।. .2x
        तु ख़ुदको ढूंढ़ कर तो देख . . 
        गर वक्त हो . . !
           दिल के द्वार किसी अजनबी के लिए खोल कर तो देख । 2x
ए दोस्त ! मुझसे गले मिल कर तो देख . .
गर वक्त हो . . !

©Dharmendra Gopatwar गर वक्त हो..!✍️ हिंदी कविता

mehar

#बात होगी

read more
White तुम्हारी चुप और हमारा लहज़ा 
कभी मिलेंगे तो बात होगी।
हमारी आंखे और तुम्हारा चेहरा 
कभी मिलेंगे तो बात होगी।

©mehar #बात होगी

kunti sharma

#बात

read more
जो बात अब वो कैसे बनेगी इश्क में टूटना जरूरी होता है ये रीत कैसे बदलेगी

©kunti sharma #बात

Mohan Sardarshahari

# दर्द की बात

read more
White दर्द की बात करें तो सुने कौन?
दीवारों से कहें तो वो हैं मौन।
कोलेज के साथियों को सुनाएं 
वो एक से एक पहेलियां बुझाएं
शायद वो भी डरते हैं 
कहीं उनके दर्द छलक ना जाएं। दर्द की बात...
बच्चों को क्या मालूम 
दर्द क्या होता है?
उनको तो लगता है दर्द गर होता भी हो 
नींद आते ही मिट जाता है। दर्द की बात...
हास्य-व्यंग में लिखकर उड़ाएं
तो उपहास बनने का डर सताए
ऐसा ना हो कि कोमेडी करते रहें
और पूंछ में आग लग जाए। दर्द की बात...
शायरी का ठीक है काम
दर्द को समेटना इसके नाम 
कोई पढ़े तो ठीक है वरना 
आपको तो मिल ही गया आराम। 
दर्द की बात करें तो सुने कौन?
दीवारों से कहें तो वो हैं मौन।।

©Mohan Sardarshahari # दर्द की बात

अंकुर दा

सही बात

read more

Ashok Verma "Hamdard"

दिल की बात

read more
White कभी कभी तस्वीरों में छिपी
एक झलक होती है बेहिसाब,
दिल को जकड़ लेती है यूं
जैसे छू लिया हो कोई ख्वाब।

नज़रें ठहर जाती हैं जहां,
वहां नियत का क्या है काम,
तस्वीरों में मासूम चेहरे
बना जाते हैं कई अरमान।

कभी कोई मुस्कान भुला देती है,
सारी दुनिया का हिसाब-किताब,
पर कभी-कभी वही मुस्कान
नियत की राह में बिछाती है ख़राब।

आंखों का धोखा, दिल की कमजोरी,
तस्वीरों में होता है कुछ अनजाना,
जो नियत को घेर लेता है,
और मन को भटका देता है पाना।

पर तस्वीरें तो बस कागज के रंग हैं,
नियत का खेल मन का जाल,
सच्चा हो दिल, सच्ची हो नज़र
तो तस्वीरें होंगी बेअसर हाल।
अशोक वर्मा "हमदर्द*

©Ashok Verma "Hamdard" दिल की बात

Roopsingh Doi

सच बात

read more

seema PainuliRaturi

#दिल की बात

read more
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile