Nojoto: Largest Storytelling Platform

New सुरेन्द्र शर्मा की हास्य कविताएँ Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about सुरेन्द्र शर्मा की हास्य कविताएँ from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, सुरेन्द्र शर्मा की हास्य कविताएँ.

Stories related to सुरेन्द्र शर्मा की हास्य कविताएँ

    LatestPopularVideo

Navin Kishor Mahto

#Rajkapoor अभिषेक शुक्ल की कविताएँ

read more

Ahamad naved

प्यार की हास्य कविता #शायरी

read more

kavi Om parkash

370 की हास्य कविता

read more

cldeewana

#humarikahani हास्य व्यंग की मुक्तक #ਸਸਪੈਂਸ

read more

Sheelu Jha

#विश्व हास्य दिवस की शुभकामनाएं

read more
देखो तो ख्वाब है जिंदगी
पढ़ो तो किताब है जिंदगी
सुनो तो ज्ञान है जिंदगी
पर हमें लगता है कि
हँसते रहो तो
आसान है जिंदगी #विश्व हास्य दिवस की शुभकामनाएं

Saroj Kumar

# बरतनों की भाषा # ( हास्य कविता ) #

read more

मोनिका "मासूम"

#ghazalDr Imran Hassan Barbhuiya Neeraj Mishra Suman Zaniyan Bittuda सुरेन्द्र कुमार शर्मा #कविता

read more

sarika

जाने जिगर  कवि भले हीं
उम्मीद छोड़ दे
पर उम्मीद नहीं छोड़ती
उसकी कविताएँ कभी

©sarika
  #कविताएँ

Meena Choudhary

🌸"हो गये ना चुप"🌸

✨जब मैं हूं,
तो तुम भी हो,
 "मैं" नहीं होता अगर,
 तो तुम भी कहां रह पाते,
 मैं कहता हूं 
"मैं" 
और तुम भी कह देते हो 
"तुम" 
ये अहम ही तो
जड़ है ,
झूठा है ,
जो दुनिया ने सिखा दिया 
'ये हो तुम'
 मानता ही नहीं मैं, 
अब कि मैं हूं भी,
अब तो जो है 
वो है 
🌻अडिग ,आसमान -सा 🌻
वहीं है अब सदा के लिए ,
 इस "मैं"
 की औकात है ही क्या ?
इसे तो मिटना ही होगा, 
बचाने निकलेगा खुद को,
" मैं " ही इसे नष्ट कर देगा 
तो बात ये ही है
 जब मैं हूं,
 तो तुम भी हो,
 मैं नहीं होता अगर ,
तो तुम भी कहां रह पाते
 हा हा 😀😀
हो गए ना एक💫
 बोलो हो गए ना चुप 🤐
यही वह पुल है 💫
जो जोड़ता💫 है हमें
 इसे ❤️ प्रेम कहते हैं।

©Meena Choudhary #कविताएँ

Gurudeen Verma

कविताएँ 

read more
Black शीर्षक - तेरा ही हाथ है कोटा, मेरे जीवन की सफलता के पीछे
-------------------------------------------------------------------------
चर्मण्वती के तट पर, 
तू  बसा है जिस तरह,
अंकित है तेरा भी नाम,
1857 के गदर में।

और राष्ट्र के हर हृदय में,
मौजूद है तू भी,
एक छोटे कानपुर के नाम से।

शैक्षणिक नगरी के नाम से,
तू महशूर है हर किसी की जुबां पर,
बसा है तू मेरे भी आत्मा में भी,
एक असीम सुख की तरह।

 यह मेरा जो अस्तित्व है आज,
और पहुंचा हूँ जिस मुकाम पर आज,
जन्मा है मेरे अन्दर जो कवि,
उसका जन्मदाता तू ही है,
उसका पोषक तू ही है।

जब कभी भी आता हूँ मैं,
तेरी इस धरती पर,
नाचने लगता है मेरा मन,
और निकल पड़ते हैं लबों से तरानें।

जिस तरह होती है एक स्त्री की छाया,
एक सफल पुरुष की सफलता के पीछे,
उसी तरह तेरा ही हाथ है कोटा,
मेरे जीवन की सफलता के पीछे।।





शिक्षक एवं साहित्यकार
गुरुदीन वर्मा उर्फ़ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- कोटा(राजस्थान)

©Gurudeen Verma #कविताएँ 
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile