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Bhanu Priya
समर शोर मचाएगा , अब का समर तुम्हें कलम की चीख सुनाएगा, दिन रात तड़पती है , रोज़ जीती है रोज़ मरती है , ये कलम तुम्हें हर पहर याद करती हैं, हर शब्द तुम्हें पुकारता है, हर पन्ना तुम्हें निहारता हैं, हर बार की तरह इस बार भी आयेगा , मगर अब का समर साथ आंधी तूफान लाएगा। ©Bhanu Priya poetry quotes
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read moreanil sapkal
#sadstory wpoetry" class="text-blue-400" target="_blank">wpoetry" title="Best wpoetry" class="text-blue-400" target="_blank">wpoetry Shayari, Status, Quotes, Stories">#wpoetry" class="text-blue-400" target="_blank">wpoetry #SAD wpoetry" class="text-blue-400" target="_blank">wpoetry" title="Best wpoetry" class="text-blue-400" target="_blank">wpoetry Shayari, Status, Quotes, Stories">#wpoetry" class="text-blue-400" target="_blank">wpoetry wpoetry" class="text-blue-400" target="_blank">wpoetry" title="Best wpoetry" class="text-blue-400" target="_blank">wpoetry Shayari, Status, Quotes, Stories">#wpoetry" class="text-blue-400" target="_blank">wpoetry #Quotes
read moreprobably me.
White संसार भर की आँखों में रहे तुम ... और बहते रहे बूँद - बूँद । मेरे मन के समंदर में तुम कहाँ विलिन हो चले ? ओ मेरे आँसू! अब बह भी जाओ... ©probably me. poetry quotes
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read moreAsad_Poetry_25
ग़मों की आँच में भी, मुस्कुरा कर चलना पड़ता है ये दुनिया है यहाँ, चेहरा सजा कर चलना पड़ता है सियासत साज़िशों का एक, ऐसा जाल है जिस में कई चालों को, ख़ुद से छुपा कर चलना पड़ता है ©Asad_Poetry_25 sad poetry hindi poetry poetry quotes
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read moreShravni Bhardwaj
White हर रिश्ते को बेटियां निभा लेती हैं एहसासों में बंधती अपने एहसासों को छुपा लेती है बचपन की शरारते उसकी कंखिया से ही तराश लेते है थोड़े शब्दों में ही शायद हम उसे बहुत कुछ सीखा देते है।।। वो जानती है ओर हर बात को समझ लेती है किरदार वो अपना ऐसा निभाती है की एहसासों में बंधती हर एक अहसास को छुपा लेती है।।। इन आखों के अश्रु वो संभाल लेती है खुद कभी घबराती हैं तो खुदा से इनायत मांग लेती है वो घर की चौखट की आबरू रखती हैं बाटियां हर परिवेश को संभाल लेती हैं।। सहजता से हर विकल्प स्वीकार कर लेती हैं ओर हर विकल्प में अपना संकल्प साध लेती हैं मझधार की हर मुश्किलों को अपने एहसासों मैं बांध लेती है खुद कभी घबराती है तो खुदा से इनायत मांग लेती है ।।।।। ©Shravni Bhardwaj poetry poetry quotes
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