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Ganesh Din Pal
White इंसान समय से पहले बूढ़ा हो जाए तो समझ लेना उसे अपनों ने और अपनी जिंदगी ने बहुत दुख दिए हैं, जब वह किसी के लिए रात दिन खटता है और फिर सुनने को मिलता है कि तुमने मेरे लिए किया ही क्या ? बस यही बातें उसे दिन-ब-दिन दीमक की तरह खाने लगती हैं। ©Ganesh Din Pal #इंसान बूढ़ा क्यों होता है
#इंसान बूढ़ा क्यों होता है
read moreRadhe Radhe
White सिंह, सिंह होता है जहाँ बैठ जाए सिंहासन वही ठीक उसी तरह राजा खुद से राजा होता है जहां भी खड़े हो हर रूप में पहचान आ जाएगा जय श्री राम ©Radhe Radhe सिंह सिंह होता है
सिंह सिंह होता है
read moreGanesh Din Pal
❤️प्यार सौदे पर बिकता तो आज कोई गरीब अमीर नहीं होता❤️ ©Ganesh Din Pal #❤️ सौदा नहीं होता
#❤️ सौदा नहीं होता
read moreDANVEER SINGH DUNIYA
तुम गिरा सकते हो चरित्र से नहीं बल्कि औकात से मेरा कुछ बिगाड़ ना सकते हो वो भी बौखलाहट से जितना व जहां तक बिगड़ा व बिगाड़ा है तूने पागल कुछ भी ना कर पाओगे तुम इस पैसे भारे तूफान से ©DANVEER SINGH DUNIYA हर चीज पैसा नहीं होता...
हर चीज पैसा नहीं होता...
read moreANSARI ANSARI
White अपना बनाने के लिए दुसरो को। अपनाना जरूरी नही होता। जो अपना बनाना चाहता है। वह कभी अपना नही होता। जो अपने आप मील जाय। वही अपना होता। ©ANSARI ANSARI अपना नहीं होता।
अपना नहीं होता।
read moreANSARI ANSARI
White दो दिलो को एक बना कर रखता है। ऐ बन्धन जो नाजुक होता है। दिल की बातें किसी और को क्यो । सुनाऊं जब दो दिल एक जान हर। पल हाजीर होता है। ©ANSARI ANSARI हाजीर होता है।
हाजीर होता है।
read moreANSARI ANSARI
White सच के राह पर चलना आसान नही होता। सच जुबान और कान से कड़वा होता है। मगर दिल और दिमाग से मीठा होता है। जिसने समझ लिया इस बात को उसका। दिल हर पल बाग बाग होता है। ©ANSARI ANSARI बाग बाग होता है।
बाग बाग होता है।
read moreVandana Rana
White प्यार का एहसास गर ना होता, तो अब जो होता है कभी ना होता। ©Vandana Rana प्यार का एहसास गर ना होता, तो अब जो होता है कभी ना होता।#love_qoutes
प्यार का एहसास गर ना होता, तो अब जो होता है कभी ना होता।#love_qoutes
read moreAnita Agarwal
आसमान में सब तारे टिमटिमाते तो अच्छा होता अपनी रोशनी बिखेर फलक पर जगमगाते तो अच्छा होता क्यों है कुछ तारों की नसीब में गर्दिश में चले जाना चमकते चमकते सब अपना मुकाम पाते तो अच्छा होता कुछ क्रूर ग्रहों की छाया जो ना पङती उन पर जीवन में अपने सब सपने सच कर जाते तो अच्छा होता कहां नसीब हो पाती हैं हर शख्स को मनचाही मंजिलें मुकाम ही खुद रास्ते बनाते तो अच्छा होता कब तक अपनी पीड़ा को यूं ही शब्दों में बयां करेंगे *अनु* लफ्जों के तीर दिल के पार हो जाते तो अच्छा होता ©Anita Agarwal अच्छा होता
अच्छा होता
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