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Stories related to दीपावली नाच

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IG @kavi_neetesh

#GaneshChaturthi भक्ति फिल्म Hinduism भक्ति भजन राधा कृष्ण के भजन भक्ति सागर भक्ति गीत : नवरात्रि में आना गणेश जी “प्रभु इस विनती को क

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“प्रभु इस विनती को कर लेना स्वीकार,
कल से देखना माता की जय जयकार।“

कल नवरात्रि में माता भवानी आ रही है,
गणेश गजानन जी आप भी जरूर आना!
आपके स्वागत में, कोई कमी नहीं होगी,
आप जितना चाहो, मोदक भोग लागाना!
गणेश गजानन जी………

भरी हुई होगी सामने मिष्ठान की थाली,
नहीं कर पाओगे प्रभु, आप थाली खाली।
लड्डू, केला, मेवा भी खिलाऊंगा आपको,
भूल जाओगे देवलोक को लौटकर जाना!
गणेश गजानन जी……..

माता जगदम्बा पूर्ण करेगी सबकी आशा,
मेला लगेगा जिसमें देखना नाच तमाशा।
भक्तों की भक्ति में शक्ति मिल जाएगी,
धीमी गति सवारी का, बनाना न बहाना!
गणेश गजानन जी………..

हम लगते सेवक आपके, आप हैं विधाता,
प्रभु आपसे है हमारा, जन्म जन्म नाता।
आपके पधारने से मंगल ही मंगल होगा,
सारी दुनिया चाहती, आपके दर्शन पाना।
गणेश गजानन जी…………

©IG @kavi_neetesh #GaneshChaturthi  भक्ति फिल्म Hinduism भक्ति भजन राधा कृष्ण के भजन भक्ति सागर

भक्ति गीत : नवरात्रि में आना गणेश जी 

“प्रभु इस विनती को क

Jansurajharnaut

नाच गानों के लिए समय है लेकिन अपने बच्चों के पढ़ाई के लिए नहीं । #jansuraaj #prashantkishor #bihar #viral #digitalyoddha शुभ विचार

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Vikas Sahni

#पतंगों_के_प्रति आज कविता जुल्मत-ए-सुबह से जग रही है पर सुंदर नहीं लग रही है न नहाने-खाने के कारण स्वतंत्रता के पुराने गाने गाने के कारण चिढ

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White 
आज कविता जुल्मत-ए-सुबह से जग रही है
पर सुंदर नहीं लग रही है
न नहाने-खाने के कारण
स्वतंत्रता के पुराने गाने गाने के कारण
चिढ भी रही है वह।
होकर नाराज़ नभ देख रही है
और मैं उसकी आँखों में 
देखते-देखते दस बजे सजे
पुस्तक-पन्नों के शब्दाें को फेसबुक; व्हाट्सएप; इंस्टाग्रामादि पर सजा रहा हूँ,
"प्रसन्न बच्चों की आवाज़ें सर्वत्र गूँज रही हैं;
सभी के लिए यह दिवा मेहमान है,
पतंगों से सजा आसमान है,
जिसकी ओर कविता का भी ध्यान है
और उसकी ओर मेरा ध्यान है।
लाल-पीली; हरी-नीली-पतंगें युद्ध-खेल खेल रही हैं
अनंत आसमानी पानी  और बादलों के बगीचे में
मैंने देखा उन्हें कविता की आँखों से
भरी पड़ी प्रत्येक छत है,
प्रत्येक पतंग प्रतिस्पर्धा में रत है,
कई किन्हीं इशारों पर नाच रही हैं,
कई मुक्ति पाने-जाने के लिए छटपटा रहीं हैं,
पिन्नी वाली फटी फटफटा रही हैं,
कई मुक्त हुए जा रही हैं
पश्चिम से पूर्व की ओर मस्ती में ठुमका लगाते हुए
जा रही हैं अपने लक्ष्य की ओर
तो कई कैदी बने रो रही हैं पक्के धागे के पिंजरे में,
जिस प्रकार पक्षी (पतंग)
अपने अंग-अंग को पटकते हैं पिजरे में बड़ी बेरहमी से
फिर कविता की आँखों की नमी से
पूछा मैंने कि क्या हुआ इससे आगे,
क्या टूट गये वे सारे धागे?
कविता ने कहा, "टूट ही जायेंगे कभी-न-कभी पतंगों के धागे,
टूट ही जायेंगे कभी-न-कभी भिन्न-भिन्न रंगों के धागे।
है आवश्यक अभी कि काश टूट जाते बुराई के धागे!!"
     .                      ...✍️विकास साहनी

©Vikas Sahni #पतंगों_के_प्रति
आज कविता
जुल्मत-ए-सुबह से जग रही है
पर सुंदर नहीं लग रही है
न नहाने-खाने के कारण
स्वतंत्रता के पुराने गाने गाने के कारण
चिढ

Ankur tiwari

#sad_shayari जब तुम होगे तो एक नई कहानी होगी जब तुम होगे तो हसीं जिंदगानी होगी तेरे होने से ही कट जाएंगी आधी बला मेरी तुम होगे तो शमा कुछ

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White जब तुम होगे तो एक नई कहानी होगी 
जब तुम होगे तो हसीं जिंदगानी होगी 
तेरे होने से ही कट जाएंगी आधी बला मेरी 
तुम होगे तो शमा कुछ दीवानी होगी 

तुम नहीं हो पर तुम्हारा एहसास रहता है 
दिल की धड़कन में तेरा आभास सा रहता हैं 
मन के किसी कोने में बैठा मन मयूर नाच उठता है 
तेरे ना होने पर तेरी यादों का साथ साथ होता हैं 

तुम हो तो वीरान जिंदगी भी जन्नत से हसीं लगती हैं 
तुम्हारे होने से ही मैं हूँ हरी भरी दिल की बस्ती हैं 
तुम्हारा साथ होना ही अंजान काफ़ी हैं मेरे लिए 
तुम होती हों तो सुबह प्यारी शामें हसीं लगती है 
अंकुर तिवारी





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©Ankur tiwari #sad_shayari जब तुम होगे तो एक नई कहानी होगी 
जब तुम होगे तो हसीं जिंदगानी होगी 
तेरे होने से ही कट जाएंगी आधी बला मेरी 
तुम होगे तो शमा कुछ

Pramod Singh Pal

इक नाच भाभीजी की #वीडियो

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प्रकाश " प्रिये"

#GoldenHour શાયરી પ્રેમ યાદ ની શાયરી 'ગુજરાતી શાયરી दीपावली' બેસ્ટ ગુજરાતી શાયરી રોમેન્ટિક શાયરી #ગઝલ #ગુજરાતી_સાહિત્ય #યાદ #પ્રેમ #a #કવિતા

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દિવસો સુધી

ગાગાલગા ગાગાલગા ગાલગાગા ગાલગા

દિલમાં દબાવી છે અમે વાતને દિવસો સુધી 
એકીટશે મે છે નિહાળી વાટને દિવસો સુધી

કાયમ મનાવી તડપતી જાતને દિવસો સુધી 
રાખી છુપાવી ને બધી ચોટ ને દિવસો સુધી 

પાગલ તમારી ચાહમાં કેટલો વિહવળ થયો
સરિતા વહાવી આંખથી રાતને દિવસો સુધી

અકબંધ ને જીવંત રાખી સતત છે યાદમાં
એ આખરી ઉભળક મુલાકાતને દિવસો સુધી
 
આફત નડી અમને ઘણી રાહમાં તારી "પ્રિયે"
હસતા મુખે ટાળી ગયો ઘાતને દિવસો સુધી 

202407192257

©प्रकाश " प्रिये" #GoldenHour  શાયરી પ્રેમ યાદ ની શાયરી 'ગુજરાતી શાયરી दीपावली' બેસ્ટ ગુજરાતી શાયરી રોમેન્ટિક શાયરી
#ગઝલ 
#ગુજરાતી_સાહિત્ય 
#યાદ 
#પ્રેમ 
#a

MAHENDRA SINGH PRAKHAR

गीत :- उलझ रहा है निशिदिन मानव , जिनके नित्य विचारो से । भाषण देते बन अभिनेता , सत्ता के गलियारों से ।। उलझ रहा है निशिदिन मानव .... छोड़ सभ #कविता

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White गीत :-
उलझ रहा है निशिदिन मानव , जिनके नित्य विचारो से ।
भाषण देते बन अभिनेता , सत्ता के गलियारों से ।।
उलझ रहा है निशिदिन मानव ....

छोड़ सभी वह रिश्ते-नाते, बैठे ऊँचे आसन पे ।
पहचाने इंसान नही जो , भाषण देते जीवन पे ।।
जिसे खेलना पाप कहा था , मातु-पिता औ गुरुवर ने ।
उसी खेल का मिले प्रलोभन , सुन लो अब सरकारों से ।।
उलझ रहा है निशिदिन मानव .....

मातु-पिता बिन कैसा जीवन , हमने पढ़ा किताबों में ।
ये बतलाते आकर हमको , दौलत नही हिसाबों में ।।
इनके जैसा कभी न बनना , ये तो हैं खुद्दारों में ।
दया धर्म की टाँगें टूटी , इन सबके व्यापारो से ।।
उलझ रहा है निशिदिन मानव....

नंगा नाच भरे आँगन में, इनके देख घरानों में ।
बेटी बेटा झूम रहे हैं , जाने किस-किस बाहों में ।।
अपने घर को आप सँभाले, आया आज विचारों में ।
झाँक नही तू इनके घर को , पतन हुए संस्कारो से ।।
उलझ रहा है निशिदिन मानव.....

दौड़ रहे क्यों भूखे बच्चे , तेरे इन दरबारों में ।
क्या इनको तू मान लिया है , निर्गुण औ लाचारों में ।।
बनकर दास रहे ये तेरा , करे भोग भण्डारों में ।
ऐसी सोच झलक कर आयी , जग के ठेकेदारों से ।।
उलझ रहा है निशिदिन मानव ...

बदलो मिलकर चाल सभी यह , प्रकृति बदलने वाली है ।
भूखे प्यासे लोगो की अब , आह निकलने वाली है ।
हमने वह आवाज सुनी है , चीखों और पुकारों से ।
आने वाले हैं हक लेने , देखो वह हथियारों से ।।
उलझ रहा है निशिदिन मानव ....

उलझ रहा है निशिदिन मानव , जिनके नित्य विचारो से ।
भाषण देते वे अभिनेता , सत्ता के गलियारों से ।।

महेन्द्र सिंह प्रखर

©MAHENDRA SINGH PRAKHAR गीत :-
उलझ रहा है निशिदिन मानव , जिनके नित्य विचारो से ।
भाषण देते बन अभिनेता , सत्ता के गलियारों से ।।
उलझ रहा है निशिदिन मानव ....

छोड़ सभ

अदनासा-

विडियो सौजन्य एवं हार्दिक आभार💐🌹🙏😊🇮🇳🇮🇳https://www.instagram.com/reel/C52ii6_Ijrb/?igsh=MTN1YXEzb202Nnd5bQ== #कला #नृत्य #नाच #संगीत #धुन ता #Instagram #Facebook #अदभुत #वीडियो #तालमेल #अदनासा

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