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Pooja Udeshi
life in खूटा =गाय, भैस, बकरी, गधा, बैल, भेड़ life in cage पिजरा =मुर्गी, बतख, love birds, कोयल, तोता life in zoo =शेर, चीता, मगरमछ, हिरन, नील गाय, भालू, शुतुरमुर्ग बंदर, सांप, उल्लू, मछली in aquarium बॉक्स, ======================================= ये इंसान क्या क्या नहीं करते पशु पक्षियों, मछली, रेगने वाले जीवो के साथ पैसे कमाने के business हैं, dairy industry सब से गन्दी industry, गाय के बच्चे से इसका दूध छीन कर बेचा जाता हैं और बच्चे को कसाई खाने छोड दिया जाता हैं मांस के लिए, और जो बछड़ी हुई तो पाला जाता हैं हर साल बच्चा पैदा करने के लिए, हाँ दूध उत्पादन की मशीन, हम शोक से दूध, घी, माखन, cold milk, cakes, pastries,चॉकलेट खाते हैं पर वो किसी के खून से रंगी हैं जो दिखाई नहीं देता, कत्ल खाने चले जाओ सब सच्चाई सामने आ जाऐगी, आप लोग इस खून के बहते नलके को बंद नहीं कर सकते 😓आप सच्चाई को जानते हुऐ भी आँख, कान बंद किये हुऐ हैं दोस्तों, ऐसा हम क्यों करते हैं इनके साथ, पक्षी को पूजरे मे पूरी उम्र बंद रखते हैं जब तक वो जीवित हैं, गाय को खिलाते हैं जब तक वो दूध देती हैं फ़िर उसे कत्ल खाने भेज देते हैं, कुत्तो को खरीद कर पालते हैं जब वो बड़ा हो जाता हैं उसे गली मे मरने धक्के खाने के लिए छोड देते हैं कितने निर्दयी हैं हम, हम कमीने हैं जो अपना ही स्वार्थ देखते हैं अपने बच्चो की भूख देखते हैं जो पैदा होते ही मार दिये गये उन बछड़ों का क्या भगवान, कृष्णा,अल्लाह, jeasus, guru नानक, साईं, तुम कहाँ हो, क्यों नहीं उनकी रक्षा करते इन्हे भी पूरा जीने का अधिकार देते, मन्दिर मे, मस्जिद मे church मे बैठे हो इनको क्यों नहीं इंसाफ देते 🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼 ©POOJA UDESHI #Jeevan #pashu#दया #sunrays
Anjali
pyari jag se Nyari maa khushiyan deti saari maa chalna hamen shilhati maa manjil hamen dikhati maa ©Anjali maa par kavita
maa par kavita #कविता
read moreGeetkar Niraj
गुरू पर कविता। जीवन कहीं चट्टानों-सा ठहरा होता, ये नदियों-सा बहना शुरू न होता, अगर जीवन में गुरू न होता- 2।। आँख रहते हम अंधे होते, दिन के उजालों में भी देख न पाते। जनवरों की तरह जंगलो में कहीं भटक रहे होते, बंदरों की तरह पेड़ों पर कहीं लटक रहे होते। आदिमानव से मानव न बनता, जीवन में कुछ करने की आरज़ू न होता। अगर जीवन में गुरू न होता। जिसने मेरे कमियों को दूर कर मुझमें खुबियां भर दिया। जिसने मुझको ज्ञान देकर मेरे जीवन को सुन्दर किया। जिसने सत्य-असत्य में भेद बताया,जीवन जीना मुझे सीखाया। जिसके बिना मैं फूल न बनता औरमुझमें ज्ञान की खुशबू न होता। अगर जीवन में गुरू न होता -2। हर मुश्किल को आसान बनाया, सारथी बनकर साथ निभाया। शिक्षक जैसा शुभचिंतक कोई और नहीं जमाने में, जिसने सारी शक्ति लगा दी,मुझे मंजिल तक पहुँचाने में। कहीं अंधेरों में घिरा रहता उजालों से रूबरू न होता। अगर जीवन में गुरू न होता-2।। guru par kavita
guru par kavita #poem
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