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Ranjit Malik
White Mei saat samundar ki Masih karu lekhni sab ban Aaye Sab Dharti ka Gajj karu Par. Guru gun likha Na jaaye.. ©Ranjit Malik #Guru Gyan
#guru Gyan
read moreDeeksha Pilania
लगता नहीं है दिल मेरा उजड़े दयार में किसकी बनी है आलमे- नापायदार में बुलबुल को बाग़मा से न सैयाद से गिला किस्मत में कैद लिखी थी, फसले बहार में इन हसरतों से कह दो कहीं और जा बसे इतनी जगह कहां है दिले- दागदार में ईक शाखे- गुल पे बैठ के बुलबुल है शादमा कांटे बिछा दिए हैं दिले -लालहजार में उम्रे-दराज मांग के लाए थे चार दिन दो आरजू में कट गए तो इंतजार में दिन जिंदगी के खत्म हुए शाम हो गई फैला के पांव सोएंगे कुंजे-मजार में कितना है बदनसीब जफर दफन के लिए दो गज जमीन भी ना मिली कुएं-यार में -बहादुर शाह ज़फ़र ©Deeksha Pilania #collection from bahadur shah jafar writings #life #historical urdu poetry
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read moreDeeksha Pilania
गाज़ियों में बू रहेगी जब तलक ईमान की तख्ते लंदन तक चलेगी तेग हिंदुस्तान की ज़फ़र ©Deeksha Pilania #historical # quotes of bahadur shah jafar shayari on life
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read more"सीमा"अमन सिंह
White घर की छत और बचपन, वो यादों का आसमान, जहाँ उड़ते थे सपने, जैसे पतंगों के रंगीन सामान। छत पर बैठकर देखना, सूरज का ढलता रंग, वो छोटी-छोटी बातें, जो दिल को करतीं तंग। बारिश की बूँदों में, छत पर नाचते पांव, माँ की पुकारें भी तब, सुनाई नहीं देतीं, मानो खो जाएँ। रात में तारे गिनना, और चाँद से बातें करना, उस छत पर बैठकर, दुनिया को भूल जाना। छत पर खेलते खेल, वो हँसी और शोर, बचपन की वो छत ही थी, जो करती थी दिल को चोर। आज भी जब छत पर जाऊँ, वही अहसास जगता है, बचपन का वो मासूमपन, फिर से दिल में बसता है। ©"सीमा"अमन सिंह #banarasi_Chhora Date:- 07/10/2024
#banarasi_Chhora Date:- 07/10/2024
read moreMOSHARAF HOSSAIN MONDAL
গুরু তুমি জ্ঞানের ভৈরব সুরে একতারা হাতে জীবন গড়ার বাউল গুরু তুমি ভারত মাতার সুরভিত মঙ্গলময় ভোর l আমাদের জীবন যুদ্ধের সীমানায় তুমি সদাই জাগ্রত প্রহর l l তুমি ছাড়া পাখির ডানা আকাশ পায় না খুঁজে l তোমার শিক্ষা আমার চেতনার সমস্ত অন্ধকার মোছে ll তুমি জ্ঞানের গঙ্গা অনন্ত প্রবাহিত l তোমার নিঃস্বার্থ দানে আমরা হই পবিত্রিত ll জীবনের মন্ত্রের ধ্বনি তোমার কণ্ঠে বাজে l তুমি সেই প্রাচীন ঋষি যার আলোকে কিশলয় জীবন নব রূপে সাজে l l তোমার জ্ঞানের ভৈরব সুরে তুমি একতারা হাতে জীবন গড়ার বাউল l তোমার জ্ঞানের অনুরণন শতত সু-মধুর, তোমার দীক্ষা ছাড়া পথ হয় বন্ধুর ll তুমি আছো বলেই আমাদের অন্তরে রক্তাক্ত জ্ঞানের আলো l এভাবেই আমাদের জীবনে জ্ঞানের আলো আরো আরো ঢালো l l তুমি আছো বলেই জীবন হয় পূর্ণ প্রাণ l তুমি আছো বলেই সমস্ত কর্মে খুঁজে পাই অমৃতের গান ll ©MOSHARAF HOSSAIN MONDAL #Teachersday #guru #guru bandana
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