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Vk srivastav
White अगर मैं इस्क के बाज़ार में ही बिक गया होता तो मुझमें भी हुनर है कुछ सभी को दिख गया होता। ©Vk srivastav अगर मैं इश्क के बाज़ार में #शायरी #SAD #Trending #viral #status #Reels #vksrivastav
Sonal Panwar
फूल🌹हंसकर कहते हैं हमसे भीनी महक से सारे जहाँ को जैसे मैंने खिलकर महकाया, तुम भी सदा हंसना-मुस्कुराना🥰, अपने सदचरित्र की स्वर्णिम आभा से खुशियों के आलोकित दीप🪔जलाना। ©Sonal Panwar खुशियों के दीप 🪔🥰❤✨ #Khushi #Smile #keepsmiling #Poetry #Nojoto
खुशियों के दीप 🪔🥰❤✨ #Khushi #Smile #keepsmiling Poetry
read morePawan Kumar Jain
मैं पवन जैन अपने एक गीत के साथ..गीत के बोल हैं........ "प्रिय कभी तो आकर देखो.. उस मोलसरी के पेड़ तले!"
read moreहिमांशु Kulshreshtha
इन सर्द रास्तों पर कहीं ठहरा हुआ हूँ मैं एक खौफनाक अंधेरा है पूरी शिद्दत से गिरफ्त में लिए मुझे रिमझिम बरसती बूंदे जिस्म से फिसलते हुए बहा ले जा रही है मेरे भीतर का कतरा कतरा दुख हथेलियों में समेट रहा हूँ बारिशें पर ये टिकती नहीं सर्द हवाएँ अंदर तक कुरेद रही है मुझे मैं बस ख़ामोश हूँ… इतना खामोश अपने अंदर के शोर को साफ साफ सुन पा रहा हूँ मैं … मैं तय कर लेना चाहता हूँ ये सफर मिटाना चाहता हूँ जिंदगी की पगडंडियों से गुजरती तुम्हारी यादें भूलना चाहता हूॅं तुम्हारी खनकती हँसी खुद को… यक़ीन दिलाना चाहता हूॅं तुम नहीं हो अब …. तुम नहीं हो ….नहीं हो तुम इन भीगी हुई हथेलियों के बीच गुनगुनी छुअन बन कर सुनसान सड़क पर रफ्तार से गुजरते शोर के दरमियाँ मेरे साथ नहीं हो तुम मेरी अँगुलियों से फिसलती बूंद सी तुम. ©हिमांशु Kulshreshtha मैं...
मैं...
read moreहिमांशु Kulshreshtha
White मै ही रहा मन से दग्ध और देह से शापित दर्द उगता है दिल में तेरी यादों के जालों से घिरा रहता हूँ मैं अकुलाता उमड़ते ज्वार सा ©हिमांशु Kulshreshtha मैं....
मैं....
read moreShalini Pandey
White इच्छायें शून्य होती जा रही हैं बस ये जिम्मेदारियां ही है जो जीने के लिए मजबूर करती जा रही हैं ... ©Shalini Pandey मैं
मैं
read moreDR. LAVKESH GANDHI
दीप प्रज्वलन यह दीप प्रज्वलन है क्रांति का प्रतीक संगठन से सत्ता तक जाने का प्रतीक न बुझा है दीप ना बुझेगा दीप मंजिल पाने तक चाहे कोई लाख कर ले सितम ना रुकेगा यह सफर ©DR. LAVKESH GANDHI # दीप # # क्रांति का दीप है #
# दीप # # क्रांति का दीप है #
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