Find the Best दीप Shayari, Status, Quotes from top creators only on Gokahani App. Also find trending photos & videos aboutपर्व है पुरुषार्थ का दीप, दीपावली पूजा कब है, दीपावली कब है 2017, तुम्हारे को दीप का छोरा, दीपावली पर निबंध संस्कृत में,
Shashi Bhushan Mishra
दीप जलता है सदन में, अंधेरा है व्याप्त मन में, चलाता है श्वास सबका, वही रक्षक है भुवन में, प्रेम और विश्वास से ही, प्रकट होते ईश क्षण में, कर रहे गुणगान सारे, धरा से लेकर गगन में, सिंधु से जलश्रोत लेता, वही भरता नीर घन में, जागता है साथ हरपल, साथ रहता है सयन में, हृदय में है व्याप्त गुंजन, बसा ले उसको नयन में, -शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' प्रयागराज उ०प्र० ©Shashi Bhushan Mishra #दीप जलता है सदन में#
#दीप जलता है सदन में#
read moreबेजुबान शायर shivkumar
बैल पर सवार होकर , माँ शैलपुत्री आ गई l शिव शंकर की प्यारी भवानी , दिल पर देखो वो छा गई ll घी का सुंदर दीप जलाएँ , नारियल का भोग हम सब लगाएँ l श्रद्धा भाव से शीश झुकाकर, माँ के सुंदर भजन को चलो गाएँ ll मनोकामना को पूरी करती , ख़ुशियों से झोली को है भरती l आशाएँ ये पूर्ण करती , ये रिद्धि- सिद्धी कि परवान है करती l भाग्य सबका ये सँवारती , भक्ति की राह पे हमें चलाती l ठिकाना हमको दर पर देती, विनती न किसी की वो ठुकराती ll जय-जय माँ शैलपुत्री , तू नारायणी तू कल्याणी l नवरात्रि का शुभारंभ करती , तू महारानी इस जग की है ll ©Shivkumar #navratri #नवरात्रि #navratri2024 #navratri2025 बैल पर सवार होकर , माँ #शैलपुत्री आ गई l
#navratri #नवरात्रि #navratri2024 #navratri2025 बैल पर सवार होकर , माँ #शैलपुत्री आ गई l
read moreबेजुबान शायर shivkumar
जो जिन्दगी में आशा के दीप जला के रखते है । वो अपने ही हौसलों के पंख से उड़ान भरते है ।। ©Shivkumar #Hope #आशा #उम्मीद #Nojoto #nojotohindi #शायरी जो #जिन्दगी में आशा के #दीप जला के रखते है । वो अपने ही #हौसलों के पंख से #उड़ान भरते है ।।
Azaad Pooran Singh Rajawat
"अयोध्या नगरी में, श्री राम लला प्रकट भए नव दीपावली आई,जगमग - जगमग दीप जले अंधकार प्रकृति का मिटता जाए भोर भई, चाहे सांझ ढले श्री राम, श्री राम रटते जाए।" "जय श्री राम, जय श्री राम" ©Azaad Pooran Singh Rajawat #blindinglights #दीप जले#
#blindinglights #दीप जले#
read moreShubham Bhardwaj
दीप दीपावली के जलाओ प्रिय, अंधेरा धरा से मिटाओ प्रिय ।। अधर्म धरती से मिटना चाहिए, अपने अपने रावण को जलाओ प्रिय।। ©Shubham Bhardwaj #diwalifestival #दीप #दीपावली #के #जलाओ #प्रिये #अंधेरा #धरा #से #मिटाओ
ANOOP PANDEY
तुम- यादों के दीप जलाओ मैं खुद को जलाने निकला हूँ दुनियाँ की इस भीड़ में यारा खुद को आजमाने निकला हूँ फैल रहा है जो दौर ए नफरत मैं उसको मिटाने निकला हूँ बनकर यारा मैं सच का साथी ये दुनियाँ महकाने निकला हूँ नहीं पता अंजाम लिखा क्या अजी क्या ही मेरी किस्मत है पता नहीं क्या हासिल होगा ? या सब ही बिखर रह जाएगा मन में लेकर मैं प्यार मोहब्बत कुछ शहद घोलने निकला हूँ तुम होगे लाख शहंशाह यारों पर थोड़ी सी मेरी बात सुनो कहता हूँ मैं अब ये भी तुमसे थोड़ा बचकर नित यार चलो नहीं कोई भी होता है बेचारा सब ही किस्मत से चलते है अजी इक वही ऊपरवाला है जो सबको ही यार चलता है फिर भी कुछ को भ्रम है यारा कुछ उनसे ही यारा पलते है ©ANOOP PANDEY #दीप Sweety mehta
#दीप Sweety mehta
read moreपथिक..
मैं दीप जलाऊँ प्यार का बाती बनाऊँ विश्वास की तेल भरूँ अपने प्रीत का रोशन करूँ दिल अपने मीत का ©पथिक.. #प्रेम #दीप
Er.Shivampandit
दीप मेरे जल अकम्पित, धुल अचंचल ! सिन्धु का उच्छ्वास घन है, तड़ित् तम का विकल मन है, भीति क्या नभ है व्यथा का आँसुओं से सिक्त अंचल ! स्वर-प्रकम्पित कर दिशाएँ, मीड़ सब भू की शिराएँ, गा रहे आँधी-प्रलय तेरे लिए ही आज मंगल । ©Er.Shivam Tiwari #Likho #दीप_मेरे_जल_अकम्पित, धुल अचंचल ! सिन्धु का उच्छ्वास घन है, तड़ित् तम का विकल मन है, भीति क्या नभ है व्यथा का आँसुओं से सिक्त अंचल !
#Likho #दीप_मेरे_जल_अकम्पित, धुल अचंचल ! सिन्धु का उच्छ्वास घन है, तड़ित् तम का विकल मन है, भीति क्या नभ है व्यथा का आँसुओं से सिक्त अंचल !
read more