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vikram Jatav

क्या

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Unsplash i love you

©vikram Jatav क्या

Aarav shayari

#love_shayari #बिन देखे दिन शुरू होता है बिन देखे ख़त्म शायरी हिंदी में शायरी लव दोस्ती शायरी

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White बिन देखे दिन शुरू होता है 
बिन देखे ख़त्म 

दिन भी रोज गुजरता है ऐसे 
जैसे छाया हो मातम 

शिद्दत से चाहा इंसान कहा मिलता है  

आज भी इंतजार रहता है 
उनकी मोहब्बत का हरदम

©Aarav shayari #love_shayari #बिन देखे दिन शुरू होता है 
बिन देखे ख़त्म  शायरी हिंदी में शायरी लव दोस्ती शायरी

aditi the writer

#दर्पण आगाज़ Niaz (Harf) vineetapanchal shraddha.meera

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White दर्पण जो देखा एक दिन सच पता चल गया

दर्पण जो देखा एक दिन, सच पता चल गया,
चेहरे पर हँसी थी लेकिन, मन का रंग बदल गया।
आँखों की चमक तो थी, पर आंसू भी छिपे थे,
जो सोचा था सजीव था, वो तो बस सपने थे।

चेहरे पर थे नक़ाब कई, हँसी थी अधूरी,
आत्मा की पुकार थी, दिल में छिपी मजबूरी।
जीवन की इस दौड़ में, खो दिया था ख़ुद को,
भीड़ में ढूँढा ख़ुद को, पर कोई ना मिला था वो।

सपनों के पीछे भागते, हकीकत भूल बैठे,
दर्पण ने दिखा दिया, हम कहाँ से गुजर बैठे।
असली ख़ुशी वो नहीं, जो बाहरी रूप में दिखती,
ख़ुशी तो वही होती है, जो दिल की गहराई से उठती।

अब जाना ये सच्चाई, जो दर्पण ने सिखाई,
ख़ुद से प्यार करना है, यही तो है सफ़ाई।
चेहरे के पीछे की रौनक, मन से ही आती है,
दर्पण जो देखा एक दिन, सच्चाई समझ आती है।

©aditi the writer #दर्पण  आगाज़  Niaz (Harf)  vineetapanchal  shraddha.meera

poonam atrey

#दर्पण #पूनमकीकलमसे #नोजोटोहिन्दी Sunita Pathania Sethi Ji Ravi Ranjan Kumar Kausik @_hardik Mahajan अदनासा- सायरी मोटिवेशन

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White #दर्पण  

समझा  सदा  कमज़ोर  ख़ुद  को ,अपनी काबलियत को कब जाना,
जकड़ी रही ज़माने की बेड़ियों में ,मेरा वजूद भी रहा मुझसे अंजाना,

एक कठपुतली के जैसे मै, जिंदगी भर नाचती रही,
रो रोकर  अपना  गुमनाम सा ,   भाग्य बांचती रही, 

खो    गए    थे    ख़्वाब भी, मेरे    वक़्त की बयार में,
चल    रही      थी  जिंदगी मेरी, अपने  पूरे  रफ्तार में,

बिलखे        थे    अरमान मेरे,मेरी  अपनी नाकामी पर,
कितने   गहरे ज़ख्म लगे थे ,मेरी बेनाम जिंदगानी पर,

फिर    एक    दिन जब 'दर्पण' में ख़ुद की, परछाई को निहारा था ,
पहचाना      था     तब ख़ुद को मैंने  , मिला एक सहारा था,

तोड़ कर हर बन्धन मैंने ,ज़ब ज़माने से नज़र मिलाई,
मुझको   मेरी शक्ति, मेरे मन  दर्पण ने दिखलाई,

निकल पड़ी फ़िर एक दिन ,अपनी पहचान बनाने को,
कमज़ोर    नही मैं साहसी हूँ , ये दुनिया को दिखलाने को ,।।
                             
पूनम आत्रेय

©poonam atrey #दर्पण 
#पूनमकीकलमसे 
#नोजोटोहिन्दी  Sunita Pathania  Sethi Ji  Ravi Ranjan Kumar Kausik  @_hardik Mahajan  अदनासा-  सायरी मोटिवेशन
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