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aditi the writer
White दर्पण जो देखा एक दिन सच पता चल गया दर्पण जो देखा एक दिन, सच पता चल गया, चेहरे पर हँसी थी लेकिन, मन का रंग बदल गया। आँखों की चमक तो थी, पर आंसू भी छिपे थे, जो सोचा था सजीव था, वो तो बस सपने थे। चेहरे पर थे नक़ाब कई, हँसी थी अधूरी, आत्मा की पुकार थी, दिल में छिपी मजबूरी। जीवन की इस दौड़ में, खो दिया था ख़ुद को, भीड़ में ढूँढा ख़ुद को, पर कोई ना मिला था वो। सपनों के पीछे भागते, हकीकत भूल बैठे, दर्पण ने दिखा दिया, हम कहाँ से गुजर बैठे। असली ख़ुशी वो नहीं, जो बाहरी रूप में दिखती, ख़ुशी तो वही होती है, जो दिल की गहराई से उठती। अब जाना ये सच्चाई, जो दर्पण ने सिखाई, ख़ुद से प्यार करना है, यही तो है सफ़ाई। चेहरे के पीछे की रौनक, मन से ही आती है, दर्पण जो देखा एक दिन, सच्चाई समझ आती है। ©aditi the writer #दर्पण आगाज़ Niaz (Harf) vineetapanchal shraddha.meera
#दर्पण आगाज़ Niaz (Harf) vineetapanchal shraddha.meera
read morepoonam atrey
White #दर्पण समझा सदा कमज़ोर ख़ुद को ,अपनी काबलियत को कब जाना, जकड़ी रही ज़माने की बेड़ियों में ,मेरा वजूद भी रहा मुझसे अंजाना, एक कठपुतली के जैसे मै, जिंदगी भर नाचती रही, रो रोकर अपना गुमनाम सा , भाग्य बांचती रही, खो गए थे ख़्वाब भी, मेरे वक़्त की बयार में, चल रही थी जिंदगी मेरी, अपने पूरे रफ्तार में, बिलखे थे अरमान मेरे,मेरी अपनी नाकामी पर, कितने गहरे ज़ख्म लगे थे ,मेरी बेनाम जिंदगानी पर, फिर एक दिन जब 'दर्पण' में ख़ुद की, परछाई को निहारा था , पहचाना था तब ख़ुद को मैंने , मिला एक सहारा था, तोड़ कर हर बन्धन मैंने ,ज़ब ज़माने से नज़र मिलाई, मुझको मेरी शक्ति, मेरे मन दर्पण ने दिखलाई, निकल पड़ी फ़िर एक दिन ,अपनी पहचान बनाने को, कमज़ोर नही मैं साहसी हूँ , ये दुनिया को दिखलाने को ,।। पूनम आत्रेय ©poonam atrey #दर्पण #पूनमकीकलमसे #नोजोटोहिन्दी Sunita Pathania Sethi Ji Ravi Ranjan Kumar Kausik @_hardik Mahajan अदनासा- सायरी मोटिवेशन
#दर्पण #पूनमकीकलमसे #नोजोटोहिन्दी Sunita Pathania Sethi Ji Ravi Ranjan Kumar Kausik @_hardik Mahajan अदनासा- सायरी मोटिवेशन
read moreRanjit Kumar
#दर्पण में मुख और संसार में सुख। Kiຮhori (ᵔᴥᵔ) Ravi Ranjan Kumar Kausik Priyanshi Andy Mann Mili Saha Anshu writer Sm@rty divi p@ndey भारत सोनी _इलेक्ट्रिशियन ARTI DEVI(Modern Mira Bai) Riti sonkar Sethi Ji Anil Ray vineetapanchal Anjana Mukesh Poonia Mukesh Poonia sana naaz Ganesha•~• Rrrrr Anupriya
read moreAmbika Mallik
#दर्पण जो देखा वही तो दिखला दिया, क्यों कहते हो मैं कुछ बोलता नहीं। गर दर्पण जो हाले दिल बयां करने लगे, रहोगे तुम नज़रें मिलाने के काबिल नहीं। अम्बिका मल्लिक ✍️ दरभंगा बिहार ©Ambika Mallik #snowpark Paakhi Sharma Andy Mann Kushal - कुशल vineetapanchal Mili Saha Sethi Ji AD Grk वंदना .... Gyanendra Kumar Pandey Hardik Mahajan Anil Ray Disha Raj Guru Ashtvinayak Poonam Suyal Ashtvinayak poonam atrey Rameshkumar Mehra Mehra NIKHAT (दर्द मेरे अपने है ) Aditya kumar prasad
#snowpark Paakhi Sharma Andy Mann Kushal - कुशल vineetapanchal Mili Saha Sethi Ji AD Grk वंदना .... Gyanendra Kumar Pandey Hardik Mahajan Anil Ray Disha Raj Guru Ashtvinayak Poonam Suyal Ashtvinayak poonam atrey Rameshkumar Mehra Mehra NIKHAT (दर्द मेरे अपने है ) Aditya kumar prasad
read moreAmit Singhal "Aseemit"
हमने क्या पुण्य किया और क्या है किया पाप, हम सुखी रहेंगे या हमको करना होगा पश्चाताप। हम देखना चाहें तो यही दिखाता मन का दर्पण, हमने केवल अर्जित किया या कुछ किया अर्पण। ©Amit Singhal "Aseemit" #मन #का #दर्पण
PRIYA SINHA
दिनांक 𝟑𝟎. मार्च 𝟐𝟎𝟐𝟏. 𝟎𝟔:𝟎𝟎 - 𝟎𝟔:𝟑𝟎 बजे दिन मंगलवार आकाशवाणी के पूर्णिया केंद्र से 𝟏𝟎𝟑.𝟕 मेगाहर्ट्ज पर कार्यक्रम #दर्पण में मेरा संक्षिप्त साक्षात्कार का प्रसारण ! और इसे प्रसारित करने के लिए सुमित भारती जी एवं संपूर्ण आकाशवाणी टीम को प्रिया सिन्हा की ओर से हार्दिक आभार ! 🙏🏻😊 https://play.google.com/store/apps/details?id=com.parsarbharti.airnews
read moreRashmi Vats
देख चेहरा दर्पण में , खुद पर यूं इतराता क्यूँ । सूरत दिखती है इस में , सीरत का अंदाजा नही । दर्पण की अदाकारी इतनी सी , ये दिल का राज़ छुपाता नही । बयां कर देता हकीकत सारी, जो दुनिया को पता ही नहीं । दर्पण का तुम करो सामना, जो है सामने वही सब दिखता है। संवार देता है तस्वीर तुम्हारी , पर तकदीर किसी की नही बनाता है। रश्मि वत्स। ©Rashmi Vats #दर्पण
Devesh Dixit
दर्पण (दोहे) दूजों को दर्पण दिखा, आती है मुस्कान। खुद की बारी में वही, मुंँह फेरे इंसान।। खुद ही दर्पण देख ले, मिल जाती पहचान। देख बुराई आप में, क्या पाता इंसान।। उसको जो भी सुख लगे, हो न कभी संतोष। खुद को ही देखे नहीं, ढूँढे सब में दोष।। कहते हैं सज्जन सभी, बाँटों सब में प्यार। दर्पण को छोड़ो वहीं, मिलती खुशी अपार।। दर्पण का उपयोग जो, लेना वो ही काम। रूप निहारो जो करो, है ये ही पैगाम।। ........................................................ देवेश दीक्षित ©Devesh Dixit #दर्पण #nojotohindi #dohe #Pramod Kumar paramjeet singh Pramod Singh B love network खामोशी और दस्तक # Puja Udeshi VED PRAKASH 73 Harlal Mahato कवि संतोष बड़कुर R K Mishra " सूर्य " Sadhna Singh Motaram Bhil Priya Gour kajal indu singh
#दर्पण #nojotohindi #Dohe #pramod Kumar paramjeet singh Pramod Singh B love network खामोशी और दस्तक # Puja Udeshi VED PRAKASH 73 Harlal Mahato कवि संतोष बड़कुर R K Mishra " सूर्य " Sadhna Singh Motaram Bhil Priya Gour kajal indu singh
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