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Ram Prakash
White बिच्छू वाले डंक उसे ही झेलना है जिसे समाज में जहर जहर खेलना है ©Ram Prakash #sad_quotes जहर
#sad_quotes जहर
read moreAnup Kumar Gopal
White नफरत अक्सर लोगों में दूरियाँ बढ़ाती हैं। और सिर्फ प्यार उन्हें करीब लाता है। ©Anup Kumar Gopal #GoodMorning नफरत
#GoodMorning नफरत
read moreParasram Arora
White एक अर्से से पी रहे हो ज़हर अपने आंसुओ का इसके बावजूद तुम अपनी इस पुरानी आदत पर लगाम नहीं लगा रहे हो ©Parasram Arora जहर आंसुओ का
जहर आंसुओ का
read mores गोल्डी
मोहब्बत ने आज हमको रुला दिया जिसपे मरते थे उसी ने भुला दिया उसकी याद में हम तो आंसू भी पीते थे एक दिन उसने आंसू में भी जहर मिला दिया l 💔🩶 ©s गोल्डी मोहब्बत ने आज हमको रुला दिया जिसपे मरते थे उसी ने भुला दिया उसकी याद में हम तो आंसू भी पीते थे एक दिन उसने आंसू में भी जहर मिला दिया l💔🩶
मोहब्बत ने आज हमको रुला दिया जिसपे मरते थे उसी ने भुला दिया उसकी याद में हम तो आंसू भी पीते थे एक दिन उसने आंसू में भी जहर मिला दिया l💔🩶
read moreLucky Sir
रोते-रोते मुस्कुराने का हुनर सीख लिया, ज़ख्म दिल के छुपाने का सफर सीख लिया। अब न पूछो दर्द का हाल ऐ दोस्तों, हर ग़म को हंसी में ढालने का असर सीख लिया। ©Lucky Sir #रोते रोते हसने का हुनर सिखा दिया sad shayari
#रोते रोते हसने का हुनर सिखा दिया sad shayari
read moreParasram Arora
White बून्द बून्द कर मेरे दिमाग़ केकलश मे दुनिया वालो ने जो कुछ भरा मैंने कभी विरोध नही किया लेकिन एक दिन ज़ब वो कलश गले तक भरने के बाद टूटा तो मैंने देखा पाया वो अज्ञान का ज़हर था ©Parasram Arora अज्ञान का जहर
अज्ञान का जहर
read moreकवि आदित्य बजरंगी
में लफ्ज़ बहुत ही कम लिखता हूं जिंदगी के सारे गम लिखता हूं मेरी शायरी पढ़ने वाले भी तड़फ उठे "आदित्य" में हंसकर ऐसे जख्म लिखता हूं तुम्हारी बददुआ क्या मुझे मारेगी में तोड़ी हुई हजार कसम लिखता हूं परवाह नही मुझे खुद के आंसुओ की जो भी लिखता हु बेरहम लिखता हूं ©कवि आदित्य बजरंगी sad shayari मुहब्बत तुमसे नफरत है
sad shayari मुहब्बत तुमसे नफरत है
read morePraveen Jain "पल्लव"
White पल्लव की डायरी ऊँची उड़ानों का दम्भ भर बैठे घुटन उतनी भारी है समसामयिक जीवन पीछे छूटा दिलो पर बोझ पड़ता भारी है घुमक्कड़ पन और सुख सुविधा को विकास मान बैठे अंतर्विरोध जीवन का भारी है भले कनेक्टीविटी जुड़ी हो दुनियाँ भर से जरूरत के कितने संग साथी है उधेड़ दिया जीवन आम आदमी का कद बौना लिये घूमता है विषमता और गैर बराबरी जोरो पर है अस्तिव की लड़ाई लिये, मारा मार मानव फिरता है प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" #engineers_day उधेड़ दिया जीवन आम आदमी का #nojotohindi
#engineers_day उधेड़ दिया जीवन आम आदमी का #nojotohindi
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