Find the Latest Status about फेब्रुअरी में २८ डेज क्यों होते है from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, फेब्रुअरी में २८ डेज क्यों होते है.
Ravinder Kumar
तेरी इस दुनिया में ये मंज़र क्यों है.. कहीं अपनापन तो कहीं पीठ पीछे खंजर क्यों है.. सुना है तू इस संसार के हर जरें में रहता है, फिर ज़मीन पर कहीं मस्जिद कहीं मंदिर क्यों है.. जब रहने वाले दुनिया के हर बन्दे तेरे हैं, फिर कोई दोस्त तो कोई दुश्मन क्यों है तू ही लिखता है हर किसी का मुकद्दर, फिर कोई बदनसीब, और कोई मुकद्दर का सिकंदर क्यों है ....! @motivate_line ©Ravinder Kumar #Exploration बहुत शानदार लाइन तेरी इस दुनिया में ये मंज़र क्यों है.. कहीं अपनापन तो कहीं पीठ पीछे खंजर क्यों है.. सुना है तू इस संसार के हर
#Exploration बहुत शानदार लाइन तेरी इस दुनिया में ये मंज़र क्यों है.. कहीं अपनापन तो कहीं पीठ पीछे खंजर क्यों है.. सुना है तू इस संसार के हर #Motivational
read moreDev Rishi
जातें शक्ल में छोड़ती कुछ सांसें थी... आंखों से सुनती सांसें.. पलकें झपकाती थीं.., उससे गुज़ारिश कि, शायद सुन ले ज़रा.... सालों हो चुकें... एक झलक दिखा दो ज़रा..!! ©Dev Rishi शेरो शायरी# तेरी याद.. फिर क्यों आई है.!!
शेरो शायरी# तेरी याद.. फिर क्यों आई है.!!
read moreNurul Shabd
joya
White सापो ने डसना छोड़ दिया ये कहकर , मुझसे ज्यादा जहर इंसानों की बातों में है.... ©joya # इंसानों में है#
# इंसानों में है# #कोट्स
read morePoet Maddy
किस्मत में तो नहीं है वो हमारी, ज़हन से हमारे क्यों जाता नहीं है......... और उसके ज़िक्र के बिना सुकून, हमको अब कहीं भी आता नहीं है........ ©Poet Maddy किस्मत में तो नहीं है वो हमारी, ज़हन से हमारे क्यों जाता नहीं है......... #Destiny#GoAway#Mind#Peace#Mention.......
Pagal shayer
अक्सर वही लोग सबसे खास होते है।। जो जिंदगी से दूर.... पर दिल के पास होते है।। ©Pagal shayer दिल के पास होते है।।
दिल के पास होते है।। #Shayari
read moreDevesh Dixit
युवा शक्ति युवा शक्ति क्यों भटक रही है, प्रेम जाल में उलझ रही है। संस्कारों की बली चढ़ाकर, टुकड़ों में क्यों बंट रहीं है। युवा शक्ति ने श्रम को छोड़ा, कैसे कह दूँ भ्रम को तोड़ा। खुद को ही वो अहम बताकर, संबंधों से मुंँह को मोड़ा। युवा शक्ति को जोश बड़ा है, समझें खुद को तोप बड़ा है। गलती खुद की कभी न माने, कहें बाद में दोष बड़ा है। युवा शक्ति को कहाँ होश है, बसा उनके मन में रोष है। कहती है कलयुग की माया, मेरे सिवा सब में दोष है। युवा शक्ति क्यों भटक रही है, प्रेम जाल में उलझ रही है। संस्कारों की बली चढ़ाकर, टुकड़ों में क्यों बंट रहीं है। ............................................ देवेश दीक्षित ©Devesh Dixit #युवा_शक्ति #nojotohindi #nojotohindipoetry युवा शक्ति युवा शक्ति क्यों भटक रही है, प्रेम जाल में उलझ रही है। संस्कारों की बली चढ़ाकर, टुक
#युवा_शक्ति #nojotohindi #nojotohindipoetry युवा शक्ति युवा शक्ति क्यों भटक रही है, प्रेम जाल में उलझ रही है। संस्कारों की बली चढ़ाकर, टुक #Poetry #sandiprohila
read more