Find the Latest Status about चाहतें from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, चाहतें.
Phalak Rakesh
White करो फर्ज़ की वो तुम थे जिसने इश्क किया फिर हम ने तुम को छोड़ दीया फर्ज़ करो - फ़लक राकेश ❤️ ©Phalak Rakesh नींदों ने ही खाब तोड़ दीया फर्ज़ करो खुशबूओ ने बाग छोड़ दीया फर्ज़ करो करो फर्ज़ की वो तुम थे जिसने इश्क किया फिर हम ने तुम को छोड़ दीया
Rakesh frnds4ever
White स:- क्या करते हो!!??!! मैं:- कुछ नहीं,,,, फिलहाल तो खाली हूं/ बेरोजगार हूं ((( दम तोड़ता हूं, हर चीज से मुंह मोड़ता हूं, सर को फोड़ता हूं, चेहरे को नोचता हूं, बालों को खींचता हुं,, पैर पटकता हूं, (( जी निकलता नहीं जीवन को कोसता हूं , घृणा करता हूं खुद से और संसार के रचियता से,, दिन रात सुबह शाम दोपहर भोर संध्या हर समय हर पल मरने की कोशिशें चाहतें इच्छाएं दुवाएं करता हूं,,....))) ©Rakesh frnds4ever स:- #क्या करते हो!!??!! मैं:- कुछ नहीं,,,, फिलहाल तो खाली हूं/ #बेरोजगार हूं ((( #दम तोड़ता हूं, हर चीज से मुंह मोड़ता हूं, सर को फोड़ता
स:- #क्या करते हो!!??!! मैं:- कुछ नहीं,,,, फिलहाल तो खाली हूं/ #बेरोजगार हूं ((( #दम तोड़ता हूं, हर चीज से मुंह मोड़ता हूं, सर को फोड़ता #जीवन #मरने #कोसता #घृणा #कोट्स #lifetragedy #rakeshyadav
read moreMAHENDRA SINGH PRAKHAR
White दोहा :- विषय हिंदी हिंदी भाषा का हमें , दोगे कब अधिकार । हम भी तो हैं चाहतें , हो इसका विस्तार ।। जो कहते थे मंच पर , हम हिंदी परिवार । अब कहते बच्चे पढ़े , अंग्रेजी अख़बार ।। गुरुकुल के उस ज्ञान से , विस्तृत थे संस्कार । हिंदी का भी मान था , संस्कृति थी आधार ।। वन टू थ्री अब याद है, भूले दो दो चार । बदल रहे दिन-दिन यहाँ , सबके आज विचार ।। कब हिंदी दुश्मन हुई , और रुका व्यापार । तब भी तो द चली , सत्ता पक्ष सरकार ।। हिंदी को दो मान्यता , तब आये आनंद । गीत ग़ज़ल दोहा लिखे , लिखें मधुर सब छन्द । हिंदी हिंदी कर रहे , हिंदी का गुणगान । हिंदी चाहे हिंद से , फिर अपना अभिमान ।। सुबह-शाम जो पढ़ रहे , थे गीता का सार । आज उन्हें अब चाहिए , अंग्रेजी अख़बार ।। हिंदी नंबर प्लेट पर , कट जाते चालान । ऐसे हिंदुस्तान में , हिंदी का गुणगान ।। महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR दोहा :- विषय हिंदी हिंदी भाषा का हमें , दोगे कब अधिकार । हम भी तो हैं चाहतें , हो इसका विस्तार ।। जो कहते थे मंच पर , हम हिंदी परिवार । अब
दोहा :- विषय हिंदी हिंदी भाषा का हमें , दोगे कब अधिकार । हम भी तो हैं चाहतें , हो इसका विस्तार ।। जो कहते थे मंच पर , हम हिंदी परिवार । अब #कविता
read moreT4_tanya_
White कुबूल है जिंदगी का हर तोहफ़ा मैंने ख्वाहिशों का नाम, बताना छोड़ दिया जो दिल के क़रीब हैं, वो मेरे अजीज़ है मैंने गैरों पे हक़, जताना छोड़ दिया जो समझ ही नहीं सकते दर्द मेरा मैंने उन्हें ज़ख्म, दिखाना छोड़ दिया जो गुजरती हैं दिल पे, हक़ीक़त हैं मेरी मैंने दिखावे के लिए, मुस्कुराना छोड़ दिया जो चाहतें है रहना बस नाराज़ मुझसे मैंने उन्हें बार बार, मनाना छोड़ दिया... ©T4_tanya_ #sad_quotes कुबूल है जिंदगी का हर तोहफ़ा मैंने ख्वाहिशों का नाम, बताना छोड़ दिया जो दिल के क़रीब हैं, वो मेरे अजीज़ है मैंने गैरों पे हक़, ज
#sad_quotes कुबूल है जिंदगी का हर तोहफ़ा मैंने ख्वाहिशों का नाम, बताना छोड़ दिया जो दिल के क़रीब हैं, वो मेरे अजीज़ है मैंने गैरों पे हक़, ज
read more