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Juhi Grover
खुद के दोष दूसरों पर लगाना आपकी आदत है, जिसने आना है, उसने चले जाना भी तो होता है। #YourQuoteAndMine Collaborating with Devesh Kumar Singh
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पूछ कर आखिर करना क्या है, जब आ कर चले ही जाना था। #YourQuoteAndMine Collaborating with Devesh Kumar Singh
#YourQuoteAndMine Collaborating with Devesh Kumar Singh
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Life your life like a king you should not ask for something you will get everything by the grace of God ©Darshan mane #BehtaLamha Devesh Dixit Abhishek Kumar Singh Puja Udeshi
#BehtaLamha Devesh Dixit Abhishek Kumar Singh Puja Udeshi
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Kitaben mein bahut padhi hai lekin kuchh yaad hai kuch nahi yah ek mushkil aa padi hai kya karen kuch samajh nahi aata mein toh bahut pareshan huin bhala kisko ye batata ©Darshan mane #BooksBestFriends Anupriya Nîkîtã Guptā Devesh Dixit Dp Singh Abhishek Kumar Singh
#BooksBestFriends Anupriya Nîkîtã Guptā Devesh Dixit Dp Singh Abhishek Kumar Singh
read moreAmit Joshi
मेरे इश्क का कुछ इस कदर सिला देता है,, हर बार वो मुझको रुला देता है,, महबूब मुझे कहता है वो,, पर उसका आशिक कोई और है,, जो सुनसान हो घर तो उसको बुला लेता है,, मुझको वो दहलीज के अंदर नहीं आने देता,, वो जो आए उसे बिस्तर पे सुला देता है,, मेरे इश्क का कुछ इस कदर सिला देता है हर बार वो मुझको रुला देता है... मुझे उसके होठों को छूने कि इजाजत नहीं है,, कांधे के तिल का उसको पता देता है,, मेरे सामने उसके लब्ज नहीं खुलते,, हर राज वो उसको बता देता है,, कहता है मोहब्बत करता है मुझसे,, पर रात दरवाजे पे उसके लिए खड़ा रहता है,, मेरे लिए जिस्म पे पर्दा शर्म का,, उसके लिए हर पर्दा गिरा देता है,, अमित (चंद्र) ©little_things_ dipanshu kunwar shivam kumar mishra Devesh Pandey 'Chinmay' Kumari Rinu Renuka Singh
dipanshu kunwar shivam kumar mishra Devesh Pandey 'Chinmay' Kumari Rinu Renuka Singh
read moreV.k.Viraz
रुलाती हैं अक्सर मुझे वही पुराने दिनों की यादें। जब तेरी मुझमे और मेरी तुझमे बसती थीं साँसे। लगती थी सारी क़ायनात ज़न्नत की प्यारी ज़मी जबतक हमारे रिश्ते में नआई कोई खोट न कमी। मेरी बाहों में तेरी बाहें तेरी बाहों में मेंरा सर रहता ग़म की अंधेरी रात के बदले खुला आसमाँ रहता। उलझे हुए रहते तेरी जुल्फों केबीच मेरे दोनो हाथ जवां इश्क़ की करते थे हम जब हर इक बात। मेरे दुःख का तुझे तेरे ग़म का मुझे अंदाज़ा होता मुझे उदास मायूस देखकर तू भी उदास हो जाता। फिर ऐसा क्या हुआ उस दिन मेरे बिछड़े हमसफ़र कि मुझे बेमौत मार देने मेंतूने न छोड़ी कोई कसर। ©V.k.Viraz विवेक Kumar uday kumar Devesh Dixit vks Siyag
विवेक Kumar uday kumar Devesh Dixit vks Siyag
read moremane
Life is like a chess Right move on right time is required for success. ©Darshan mane #Chess Devesh Dixit Abhishek Kumar Singh PRIYANK SHRIVASTAVA 'अरमान' saranya prakash Nîkîtã Guptā
#Chess Devesh Dixit Abhishek Kumar Singh PRIYANK SHRIVASTAVA 'अरमान' saranya prakash Nîkîtã Guptā
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